सपा नेता हरीश मिश्रा 14 दिन बाद वाराणसी जिला जेल से राहत मिल गई है। जेल से बाहर आने के बाद एक बार फिर से हरीश मिश्रा ने यह बात दोहराई है कि उनका संघर्ष जारी रहेगा। हरीश मिश्रा ने कहा कि जेल में रहने के बाद भी उनके संघर्ष करने के निर्णय पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। बता दें, सपा नेता हरीश मिश्रा सोमवार की शाम जिला जेल चौकाघाट से रिहा कर दिए गए। उन्हें गैर इरादतन हत्या के मामले में सिगरा थाने की पुलिस ने जेल भेजा था। 12 अप्रैल को उनके घर के पास करणी सेना के उपासक अविनाश मिश्रा ने उन पर हमला किया था। इसके बाद हुई मारपीट में अविनाश मिश्रा को भी सिर में चोट लगी थी।
इस मामले में मेडिकल के आधार पर पुलिस ने हरीश मिश्रा को गैर इरादतन हत्या के मामले में जेल भेजा था। जेल से बाहर आने के बाद सपा नेताओं ने उनका फूल-माला से स्वागत किया। आपको बता दें, हरीश मिश्रा से सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने फोन पर बात की थी और उनका हालचाल जाना था। उन्होंने कहा कि समाज की दुआओं से आज बाहर हूं और अन्याय और अत्याचार के खिलाफ मेरी लड़ाई अब और तेज होगी।
नेता को लेने कार्यकर्ताओं का हुजूम जेल पहुंचा था
वाराणसी के सपा नेता हरीश मिश्रा को लेने के लिए सपा जिलाध्यक्ष सुजीत यादव लक्कड़ के अगुवाई में सैकड़ों सपा कार्यकर्ताओं का हुजूम जिला जेल पहुंचा था। लोगों ने जमकर नारेबाजी की और इस दौरान हरीश मिश्रा भी खुश दिखे।
समाज और सच्चाई की जीत- हरीश मिश्रा
हरीश मिश्रा ने अपनी रिहाई के बाद कहा कि यह मेरी नहीं बल्कि समाज और सच्चाई की जीत है। अन्याय के लिए आवाज उठाने को चाहे जितनी भी कुर्बानी देनी होगी, हम उसके लिए तैयार हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जेल में उनके समर्थकों और आम जनता की दुआओं ने उन्हें लड़ने का बल दिया।
अन्याय और अत्याचार के खिलाफ लड़ाई तेज
इस दौरान उन्होंने कहा कि जो हमारा नेतृत्व कहेगा, हम उस पर आगे अमल करेंगे। हरीश मिश्रा की लड़ाई अब अत्याचार और अन्याय के खिलाफ तेज होगी।
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