Uttarkashi Tunnel Rescue : उत्तराखंड के उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सुरंग से एक गुड न्यूज सामने आई है। टनल में फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए एक बार रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो गया है। मजदूरों तक पहुंचने के लिए सुरंग बनानी ऑगर मशीन अचानक से खराब हो गई, जिससे सबकी चिंताएं बढ़ गई थीं। इसके बाद हैदराबाद से आई प्लाज्मा मशीन से कटाई का कार्य शुरू हो गया है। अब मजदूरों तक पहुंचने में काफी कम फासला बचा हुआ है। ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि जल्द ही श्रमिकों को सुरक्षित सुरंग से बाहर निकाल लिया जाएगा।
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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी सुरंग बचाव अभियान पर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हैदराबाद से जो प्लाज्मा मशीन लाई गई है, उसने रेस्क्यू अभियान का कार्य शुरू कर दिया गया है। कटाई तेजी से चल रही है. अब कुल 14 मीटर की दूरी शेष बची हुई है जो अगले कुछ घंटों में पूरी कर ली जाएगी। उसके बाद मैन्युअल ड्रिलिंग का कार्य शुरू होगा।
#WATCH टनकपुर, चंपावत: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी सुरंग बचाव अभियान पर कहा, "हैदराबाद से जो प्लाज़्मा मशीन लाई गई है, उसने काम करना शुरू कर दिया है। कटाई तेजी से चल रही है। अब कुल 14 मीटर की दूरी शेष बची हुई है जो अगले कुछ घंटों में पूरी कर ली जाएगी।… pic.twitter.com/ifwvWGHNQJ
---विज्ञापन---— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 26, 2023
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सेना करेगी मैन्युअल ड्रिलिंग
उत्तरकाशी सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए भारतीय सेना मैन्युअल ड्रिलिंग शुरू करेगी। वहीं, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी टनकपुर निवासी श्रमिक पुष्कर सिंह ऐरी के परिवार से मुलाकात करने उनके घर पहुंचे। आपको बता दें कि ऐरी सिल्कयारा टनल में फंसे 41 मजदूरों में से एक हैं।
#WATCH उत्तरकाशी, उत्तराखंड: सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए भारतीय सेना मैन्युअल ड्रिलिंग शुरू करेगी। pic.twitter.com/G5qm5CR2zw
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 26, 2023
जानें क्या आईं समस्याएं
सिलक्यारा टनल के अंदर फंसे 41 मजदूरों तक पहुंचने के लिए अमेरिका से आई ऑगर मशीन से सुरंग बनाया जा रहा था, लेकिन अचानक से मशीन के ब्लेड मलबे में फंस गए। इससे बचाव कार्य में लगी टीमों के सामने बड़ी समस्याएं उत्पन्न हो गई थीं। इसके बाद हैदराबाद से आनन-फानन में प्लाज्मा मशीन मंगवाई गई, जिससे कटाई का कार्य शुरू हो गया है।