हर्ष रावत, हल्द्वानी: राजनेताओं की राजनैतिक कलाकारी से तो हम सब वाकिफ हैं, लेकिन रंगमंच पर कलाकारी करते हुए यदि कोई राजनेता दिखाई दे तो, कुछ अलग ही अनुभव होता है। पिछले करीब 54 वर्षों से न सिर्फ राजनीति बल्कि रंगमंच पर भी उत्तराखंड कालाढूंगी के विधायक बंशीधर भगत कलाकारी कर लोगों की वाहवाही बटोर रहे हैं।
राजा दशरथ का किरदार निभाते हैं विधायक
रामलीला के मंच पर दशरथ कैकयी सवांद करते ये कोई और नहीं कालाढूंगी के विधायक बंशीधर भगत हैं। अक्सर नेताओं को राजनीति के मंचों पर कलाकारी करते खूब देखा जाता है, लेकिन कालाढूंगी विधायक व पूर्व कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत करीब पिछले 54 वर्षों से हल्द्वानी के ऊंचापुल क्षेत्र में होने वाली ग्रामीण रामलीला में भगवान श्रीराम के पिता दशरथ का दमदार अभिनय करते हैं। हर साल होने वाली शारदीय नवरात्री में विधायक बंशीधर भगत राजनीति छोड़ रामलीला के रंगमंच पर नजर आते हैं।
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अंगद, परशुराम का भी कर चुके हैं अभिनय
बंशीधर भगत के मुताबिक उन्होंने अब तक अंगद, परशुराम समेत दशरथ के पात्र का अभिनय भी किया था। लेकिन वे अब सिर्फ राजा दशरथ के पात्र का अभिनय करते हैं। रामलीला में राम सेवकों का एक परिवार है और वे अपने इस परिवार से अलग नहीं होना चाहते हैं तथा क्षेत्र की जनता भी उनको इस रूप में देखना चाहती है। भगत ने यह भी कहा कि “राजनीति से अलग आज मैं रामलीला के रंगमंच में राजा दशरथ की भूमिका में हूं, तो मैं उस किरदार में ढल जाता हूं” राजनीति में टेढ़े-मेढ़े इरादे से सब चलते हैं, लेकिन दशरथ की भूमिका में आकर उनको राजा और प्रजा ही नजर आती है।
अभिनय करने से अलग ही ऊर्जा मिलती है
भगत ने कहा कि जैसा चरित्र वो निभा रहे हैं वैसा ही स्वभाव असल जिंदगी में भी रखना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि रामलीला में भागीदारी करना उनका निजी स्वार्थ भी है क्योंकि उनकी चर्चा जनता के बीच में बनी रहती है। इस रामलीला में कैकई का किरदार निभाने वाले सुंदर का कहना है कि वे पिछले 6 वर्षों से विधायक बंशीधर भगत के साथ कैकई का अभिनय कर रहे हैं। उन्हें रामलीला का बड़ी बेसब्री से इंतजार रहता है, क्योंकि अभिनय करने से उन्हें एक अलग ही ऊर्जा के साथ ही भगवान श्रीराम का आशीर्वाद भी मिलता है।