Corbett Tiger Reserve Woman dies in tiger attack: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व (सीटीआर) में बाघ द्वारा इंसानों पर हमले की लगातार घटनाएं सामने आ रही हैं। वहीं, बुधवार को एक बाघ ने नैनीताल के पास पटरानी कारगिल गांव की एक 32 वर्षीय महिला को मार डाला। यह 18 अक्टूबर के बाद से रिजर्व में बाघ द्वारा इंसानों के मारने का चौथा मामला है। इससे पहले, नवंबर और अक्टूबर में रिजर्व में तीन श्रमिकों को बाघों ने अपना शिकार बनाया था।
बता दें कि इस वर्ष, उत्तराखंड में बाघ के हमलों से करीब 9 लोगों की जान चली गई है, जिनमें से 4 अकेले सीटीआर में हुई हैं। मानव-वन्यजीव संघर्ष के बढ़ते मामलों के लिए वन्यजीवों की बढ़ती आबादी, निवास स्थान का विखंडन, वन्यजीव गलियारों का अतिक्रमण और सीमांत वन क्षेत्र का शहरीकरण जैसे कारक जिम्मेदार हैं।
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बढ़ रही हमले की घटनाएं
एक तरफ जहां, बाघों द्वारा इंसानों पर हमले की घटनाएं सामने आ रही हैं। वहीं, दूसरी तरफ इसी साल रिजर्व में उम्र संबंधी बीमारियों से लेकर क्षेत्रीय लड़ाई तक कई कारणों से नौ बाघों की भी मौत हो गई है। वहीं, इस दौरान पिछले छह महीनों में, कर्मचारियों ने बाघों की बढ़ती आबादी के बारे में कॉर्बेट और उसके आसपास लगभग 2000 लोगों को जागरूक करने के लिए कार्यशालाएं आयोजित की हैं। इसके बावजूद ग्रामीण अक्सर सावधानियां बरतने में लापरवाही बरतते हैं।
जंगल में लकड़ी बीनने गई थी महिला
वहीं, बाघों द्वारा इंसानों पर बढ़ रहे हमले को देखते हुए सीटीआर के निदेशक धीरज पांडे ने कहा कि बाघ की पहचान के लिए एक ड्रोन टीम और कैमरा ट्रैप को तैनात किया गया है। अधिकारियों के अनुसार, हाल में हुई इस घटना में हमले की शिकार अनीता देवी (32) दो अन्य महिलाओं के साथ लकड़ी इकट्ठा करने के लिए जंगल में गई थीं, तभी एक बाघ ने अनीता पर हमला कर दिया। भयभीत होकर अन्य दो महिलाएं भाग गईं और वन अधिकारियों को पूरे मामले की जानकारी दी। इसके बाद इलाके में चलाए गए सर्च अभियान के बाद जंगल में लगभग 1 किमी अंदर महिला का शव मिला।