UP News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के रामपुर (Rampur) जिले में करीब 100 लोगों का कथित तौर पर 24 दिसंबर को धर्मांतरण कराने के आरोप में पुलिस ने 43 वर्षीय शख्स को जेल भेजा है। यह घटना पटवई थाना क्षेत्र के सोहना गांव की थी। यहां रामपुर शहर के रहने वाले पॉलुस मसीह ने एक जनसभा की थी।
सोशल मीडिया पर आया था सभा का वीडियो
बताया गया है कि इस सभा के तुरंत बाद एक वीडियो सोशल मीडिया पर आया था। इसमें मसीह को गांव में एक जनसभा को संबोधित करते और कथित तौर पर लोगों को धर्मांतरण से होने वाले लाभों के बारे में बताते हुए देखा और सुना जा सकता था। वीडियो में उसे यह भी कहते हुए सुना जा सकता है कि हमारी प्रार्थना का उद्देश्य किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है, बल्कि अपने मालिक की पूरी ईमानदारी से पूजा करना है।
सभा आयोजन के लिए कोई अनुमति नहीं लीः एएसपी
इस मामले में रामपुर के एएसपी संसार सिंह ने मीडिया को बताया कि दक्षिणपंथी कार्यकर्ता राजीव यादव की शिकायत पर पादरी मसीह के खिलाफ उत्तर प्रदेश धर्म परिवर्तन निषेध अधिनियम, 2021 की धारा 3 और 5 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पादरी को जेल भेज दिया गया है। कार्यक्रम आयोजित करने के लिए कोई पूर्व अनुमति भी नहीं ली गई थी।
शिकायतकर्ता ने लगाया ये आरोप
एएसपी ने बताया कि शिकायतकर्ता राजीव यादव ने आरोप लगाया है, पादरी हर रविवार को गांव में बैठक करते हैं और स्थानीय लोगों को अपने झांसे में लेते हैं। कहा जाता है कि उसने कई ग्रामीणों का धर्मांतरण किया था। इन सभी आरोपी को देखते हुए पुलिस आगे की जांच कर रही है।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सोहना में हुई इस धार्मिक सभा में मौजूद स्थानीय ग्रामीण ने बताया कि पादरी हमें अपने धर्म के बारे में अच्छी बातें बता रहे थे। वह समाज में सम्मान और मुफ्त शिक्षा की भी बात कर रहे थे।