Noida News: आए दिन होने वाले विवादों और बवालों के बाद जी का जंजाल बनते जा रहे पालतू और आवारा कुत्तों के लिए जल्द ही पॉलिसी बनने जा रही है। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के नोएडा (Noida) में प्राधिकरण (Noida Authority) की ओर से यह प्रस्ताव रखा गया है। प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा हुई है। बताया जा रहा है कि पालतू कुत्तों के लिए अब बारकोड जारी होंगे। वहीं आवारा कुत्तों के लिए अलग नीति बनाने पर काम होगा।
जुर्माने की रकम बढ़ाई, जिम्मेदारी भी तय की
नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड बैठक का आयोजन हुआ। इसमें शहर के लिए एक ‘कुत्ता नीति लागू’ करने की योजना बनाई गई। इसके तहत पालतू कुत्तों को घुमाने, आपार्टमेंट्स की लिफ्ट में ले जाने और आवारा कुत्तों के लिए प्रोटोकॉल बनाए जाएंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक अब पालतू कुत्तों का पंजीकरण अनिवार्य किया जाएगा। वहीं पंजीकृत पालतू कुत्ते के लिए एक बारकोड जारी होगा। इसके अलावा यदि कुत्ते का रजिस्ट्रेशन नहीं कराया गया है तो भारी जुर्माना देना होगा। इसके लिए नोएडा प्राधिकरण आरडब्ल्यूए की जिम्मेदारी तय करेगा।
UP | In case of any mishap caused due to a pet dog/cat a penalty of Rs 10,000 will be imposed and the medical expenses of the injured person/animal will be borne by the owner of the pet (that caused the mishap) – Decision taken in the 207th board meeting of Noida authority. pic.twitter.com/L4i7X7u2p9
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 13, 2022
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इन मुद्दों को भी रखा गया बोर्ड की बैठक में
जानकारी के मुताबिक प्राधिकरण की बैठक में कुत्ता नीति समेत कुल 15 मुद्दों पर चर्चाएं हुईं। हाईराइज अपार्टमेंट्स के लिए स्ट्रक्चरल ऑडिट पॉलिसी को भी बोर्ड की अनुमति के लिए रखा गया है। कई डेवलपर्स पर घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग करने का आरोप लगाते हुए होमबॉयर्स लंबे समय से स्ट्रक्चरल ऑडिट की मांग कर रहे थे। बता दें कि इस नीति के तहत समय-समय पर स्ट्रक्चरल ऑडिट किया जाता है। इसमें सभी हितधारकों (बिल्डरों और खरीदारों) के लिए सिफारिशें और सुझाव आते हैं।
हेलीपोर्ट के लिए नियमों-शर्तों में बदलाव
प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने निवेशकों को आकर्षित करने के लिए हेलीपोर्ट परियोजना के कुछ नियमों और शर्तों में बदलाव किया है। इसका उद्देश्य हेलीकॉप्टर की सवारी के माध्यम से नोएडा को आसपास के धार्मिक स्थलों से जोड़ना है। इसके लिए कुछ समय पहले एक बिड आई थी, लेकिन कुछ तकनीकि कारण से पूरी नहीं हो सकी। अब दोबारा इस पर काम किया जा रहा है।
12 और 26 सीटर हेलीकॉप्टर भरेंगे उड़ान
अधिकारियों की ओर से बताया गया है कि सार्वजनिक-निजी भागीदारी के तहत 9.35 एकड़ में इस हेलीपोर्ट को बनाने की योजना है। परियोजना की अनुमानित लागत 43.13 करोड़ रुपये है। इस परियोजना में बेल 412 हेलीकॉप्टरों (12-सीटर) और एमआई 172 हेलीकॉप्टरों (26-सीटर) का संचालन शामिल है।