UP Nikay Chunav 2022: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में नगरीय निकाय चुनावों (Nikay Chunav) में ओबीसी (OBC) आरक्षण को रद्द करने वाले इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले पर सियासी हलचल तेज हो गई है। फैसले के बाद सीएम योगी की ओर से सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कहते हुए एक ट्वीट किया गया है, तो समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी अपने ट्वीट में ‘घड़ियाली सहानुभूति’ लिखा है।
सरकार की अधिसूचना को हाईकोर्ट में दी थी चुनौती
जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से राज्य में नगरीय निकाय चुनावों को लेकर आरक्षण की अधिसूचना 5 दिसंबर को जारी की गई थी। इसके बाद अधिसूचना को चुनौती देने के लिए हाईकोर्ट में कुछ लोगों की ओर से याचिका दाखिल की गईं। काफी याचिकाओं और राज्य सरकार की ओर से पेश अधिवक्ताओं को सुनने का बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने शनिवार को अपना फैसला सुरक्षित कर लिया था।
उत्तर प्रदेश सरकार नगरीय निकाय सामान्य निर्वाचन के परिप्रेक्ष्य में एक आयोग गठित कर ट्रिपल टेस्ट के आधार पर अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के नागरिकों को आरक्षण की सुविधा उपलब्ध कराएगी।
इसके उपरान्त ही नगरीय निकाय सामान्य निर्वाचन को सम्पन्न कराया जाएगा।
---विज्ञापन---— Yogi Adityanath (मोदी का परिवार) (@myogiadityanath) December 27, 2022
आज हाईकोर्ट ने सुनाया अपना फैसला
27 दिसंबर यानी आज इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंड पीठ ने अपने फैसले को सुनाया। फैसले के मुताबिक हाईकोर्ट ने सरकार की ओर से जारी ओबीसी आरक्षण को रद्द करते हुए तत्काल चुनाव कराने का आदेश दिया है। इसके बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट किया गया है।
आरक्षण की सुविधा उपलब्ध कराएंगेः सीएम योगी
सीएम योगी ने इस ट्वीट में लिखा है, ‘उत्तर प्रदेश सरकार नगरीय निकाय सामान्य निर्वाचन के परिप्रेक्ष में एक आयोग गठित कर ट्रिपल टेस्ट के आधार पर अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के नागरिकों को आरक्षण की सुविधा उपलब्ध कराएगी। इसके उपरांत ही नगरीय निकाय सामान्य निर्वाचन को संपन्न कराया जाएगा।’ सीएम ने दूसरे ट्वीट में लिखा, ‘यदि आवश्यक हुआ तो माननीय उच्च न्यायालय के निर्णय के क्रम में सभी कानूनी पहलुओं पर विचार करके प्रदेश सरकार माननीय सर्वोच्च न्यायालय में अपील भी करेगी।’
आज आरक्षण विरोधी भाजपा निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण के विषय पर घड़ियाली सहानुभूति दिखा रही है। आज भाजपा ने पिछड़ों के आरक्षण का हक़ छीना है,कल भाजपा बाबा साहब द्वारा दिए गये दलितों का आरक्षण भी छीन लेगी।
आरक्षण को बचाने की लड़ाई में पिछडों व दलितों से सपा का साथ देने की अपील है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 27, 2022
सरकार ने पिछड़ों का हक छीनाः अखिलेश यादव
वहीं इस पूरे मामले पर प्रदेश की अन्य पार्टियां भी नजर बनाए हुए हैं। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव की ओर से भी एक ट्वीट किया गया है। इसमें लिखा गया है, ‘आज आरक्षण विरोधी भाजपा निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण के विषय पर घड़ियाली सहानुभूति दिखा रही है। आज भाजपा ने पिछड़ों के आरक्षण का हक छीना है, कल भाजपा बाबा साहब द्वारा दिए गए दलितों का आरक्षण भी छीन लेगी। आरक्षण को बचाने की लड़ाई में पिछडों व दलितों से सपा का साथ देने की अपील है।’