Uttar Pradesh News(शाहनवाज चौधरी): यूपी के बुलन्दशहर में एक परिवार में फ़ूड पॉइजनिंग होने से पिता पुत्र ने दम तोड़ दिया। मृतक की पुत्र वधु और पोती का इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है। परिवार के सदस्यों को भुने चने खाने के बाद खून की उल्टियां होने लगी थी।
दरअसल, नरसैना थाना क्षेत्र के गांव बरवाला में कलवा अपने परिवार के साथ रहता है। कलवा रविवार की शाम दौलतपुर की एक दुकान से भुने हुए चने खरीद कर आया था। देर रात भुने हुए चनों को परिवार के सभी सदस्यों ने खाया। चने खाते ही परिवार के सभी सदस्यों की तबियत बिगड़ने लगी।
कलवा उनकी पुत्रवधु और पोता व पोती शिवानी को खून की उल्टियां होने लगी। चीख पुकार सुनकर मौहल्ले के लोग कलवा के घर पहुंचे और नजारा देखकर मदद में जुट गए। इससे पहले की लोग कुछ समझ पाते कलवा ने दम तोड़ दिया। आनन फानन में लोग परिवार के बाकी तीन सदस्यों को अस्पताल ले गए। रास्ते में कलवा के 7 साल के पोते गोलू की भी मौत हो गई। मृतक कलवा की पुत्र वधु जोगिन्द्री देवी और पोती शिवानी का कस्बे के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस घटना से गांव में दहशत का माहौल है।
जांच टीम का गठन
एसडीएम स्याना गजेंद्र सिंह ने बताया कि अब तक दादा- पौते की मौत हो चुकी है। परिवार के बाकी दो सदस्यों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। नायब तहसीलदार और डीओ फ़ूड सेफ्टी की अगवाई में जांच टीम का गठन कर दिया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की वजह का पता लग पाएगा। मृतक के रिश्तेदारों के मुताबिक, पीड़ित परिवार ने रात में भुने हुए चने का सेवन किया था।
फ़ूड सेफ्टी विभाग ने की कार्रवाई
स्थानीय लोगों का कहना है फ़ूड सेफ्टी विभाग के अफसर टार्गेटेड कार्रवाई करते हैं, जहां मिलावटी और मानक के उलट खाद्य सामग्री बिकती है, वहां विभाग के अफसर जांच करने तक नहीं आते हैं। यही वजह है कि जगह-जगह मिलावटी खाद्य सामग्री का सेवन खुलेआम किया जा रहा है। कुल मिलाकर अफसरों को आम आदमी की सेहत की बिल्कुल फिक्र नहीं है।
डीओ फूड सेफ्टी विनीत कुमार का कहना है कि सूचना के आधार पर मौके पर जांच के लिए टीम रवाना कर दी गई है। संयुक्त रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल जाएगा की मौत कैसे हुई।
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