Mainpuri By-Election: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में तीन सीटों (एक लोकसभा-दो विधानसभा) के लिए हो रहे उपचुनाव (By-Election) के दौरान सियासी घमासान देखने को मिल रहा है। सोमवार को प्रदेश सरकार की ओर से समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh yadav) के चाचा और पीएसपी प्रमुख शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) की सुरक्षा घटा दी गई थी। सरकार के इस आदेश के बाद शिवपाल यादव की पहली प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने प्रदेश की भाजपा सरकार के बारे में कहा कि यही उम्मीद थी।
मैनपुरी उपचुनाव में डिंपल जीतेंगी
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक विधायक और पीएसपी प्रमुख शिवपाल यादव ने अपनी सुरक्षा Z श्रेणी से घटाकर Y श्रेणी में करने पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि भाजपा से यही उम्मीद थी। अब मेरे कार्यकर्ता और समर्थक लोग मुझे सुरक्षा मुहैया कराएंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव में डिंपल यादव की जीत होगी और भाजपा उम्मीदवार की बड़ी हार होगी।
This was expected of the BJP. Now my workers and people will provide me security. Dimple's (Yadav) victory (in Mainpuri by-polls) and BJP candidate's loss will be even bigger: MLA & PSP chief Shivpal Yadav on his security downgraded from Z category to Y category#UttarPradesh pic.twitter.com/P8d351NdfD
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 29, 2022
---विज्ञापन---
सुरक्षा विभाग ने जारी किया था आदेश
बता दें कि सोमवार को ही उत्तर प्रदेश पुलिस के सुरक्षा विभाग ने एक बयान में कहा था कि विधायक और पीएसपी प्रमुख शिवपाल यादव की सुरक्षा Z श्रेणी से घटाकर Y श्रेणी कर दी गई है। बता दें कि यह घोषणा 5 दिसंबर को होने वाले मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव से कुछ दिन पहले की गई है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो वर्ष 2018 में सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद शिवपाल यादव को Z श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी।
आजम खान की भी घटाई थी सुरक्षा
कुछ माह पहले समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता रहे आजम खान की सुरक्षा में भी कटौती की गई थी। इसके बाद आजम खान की ओर से खुद की जान को खतरा बताते हुए प्रदेश सरकार से सुरक्षा की मांग की गई थी। सुरक्षा ने मिलने पर उन्होंने बची हुई सुरक्षा को भी वापस कर दिया था।
Z श्रेणी की सुरक्षा
- कुल 22 जवान होता हैं। (NSG, CRPF, ITBP के जवान शामिल होते हैं)
- मंत्रियों, सांसदों और वीआईपी को दी जाती है।
Y श्रेणी की सुरक्षा
- कुल 6 से 8 जवान शामिल होते हैं। (इनमें 2 कमांडो और बाकी स्थानीय पुलिस कर्मी शामिल होते हैं)
- यह सुरक्षा विधायकों व अन्य को दी जाती है।