Uttar Pradesh Lok Sabha Election Result 2024: उत्तर प्रदेश में खराब नतीजों के बाद भाजपा ने इसके कारणों पर मंथन शुरू कर दिया है। खुद सीएम योगी आदित्यनाथ अब सक्रिय हो गए हैं। पार्टी का वोट बैंक जिस हिसाब से खिसका है? उससे भाजपा को डर हो गया है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में क्या होगा? इससे पहले पार्टी ने बड़े बदलाव का खाका तैयार कर लिया है। सीएम योगी खुद छोटी से छोटी चीज का मंथन कर रहे हैं। उन्होंने कैबिनेट की मीटिंग में अपने मंत्रियों को आदेश दिए हैं कि फील्ड में उतरें। जनता के बीच जाएं, लोगों से संवाद करें, उनकी सभी दिक्कतों को दूर किया जाए।
Uttar Pradesh: Cabinet Minister Anil Rajbhar says, “We will think in new ways, considering the sentiments, how to ascend in a respectful manner. Understand the Chief Minister’s order in detail, compliance with which will propel us forward in our actions” pic.twitter.com/uShuff5b0u
---विज्ञापन---— IANS (@ians_india) June 8, 2024
हेल्पलाइन को और प्रभावी बनाने के आदेश
चुनाव परिणाम पूरी तरह बीजेपी की उम्मीदों के विपरीत रहे हैं। जिसको लेकर खुद सीएम योगी मंथन कर रहे हैं। कैबिनेट मीटिंग में उन्होंने मंत्रियों को सीधे तौर पर जनता से जुड़ने के आदेश दिए हैं। सीएम ने कहा कि वीआईपी कल्चर को स्वीकार नहीं किया जाएगा। जनता के बीच जाकर शांति के साथ बात करने की जरूरत है। हमारी सरकार उनकी हर परेशानी को दूर करेगी, ये जनता को लगना चाहिए।
शनिवार को आयोजित की गई मीटिंग में सीएम ने हेल्पलाइन को और भी प्रभावी बनाने के लिए जोर दिया। इस बैठक में यूपी के दोनों डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य नहीं पहुंचे। जिसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म रहा। वहीं, योगी ने मंत्रियों से कहा कि वे जनता की समस्याओं का हल प्राथमिकता से करें। अगर उनके सामने किसी प्रकार की लापरवाही सामने आई, तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लोगों के काम लटकने नहीं चाहिए। लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आए, सार्वजनिक कार्यालयों में यह सुनिश्चित किया जाए। मंत्री हर योजना की समीक्षा करें।
योगी ने कहा कि प्रदेश की इकोनॉमी को हर हाल में एक ट्रिलियन डॉलर करने की दिशा में सभी विभाग मिलकर काम करें। लोगों को बीमारियों से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग उपाय करें। मोदी 9 जून को शपथ लेंगे। माना जा रहा है कि इस बार अवध और पूर्वांचल में बड़ा बदलाव हो सकता है। यहां से बीजेपी को तगड़ा झटका लगा है। बीजेपी को 33, कांग्रेस को 6, सपा को 37, रालोद को 2 और 1 अपना दल को मिली है।