Lakhimpur Kheri case: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में लखीमपुर खीरी कांड (Lakhimpur Kheri case) के मुख्य गवाहों ने आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) के साथियों पर तलवार से हमला करने का आरोप लगाया है, हालांकि पुलिस ने इस मामले का लखीमपुर खीरी हिंसा मामले से किसी भी तरह का संबंध होने से इनकार किया है। कहा है कि हमला दो समूहों के बीच दुश्मनी के कारण हुआ था।
प्रबजोत सिंह और उनके भाई पर हमला
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लखीमपुर खीरी कांड के आरोपी आशीष मिश्रा के सहयोगियों ने कथित तौर पर मामले के मुख्य गवाह प्रबजोत सिंह और उनके छोटे भाई सर्वजीत सिंह पर तलवार से हमला कर दिया। हमले में सर्वजीत के सिर में गंभीर चोटें आई हैं, जबकि प्रभजोत बाल-बाल बचे हैं।
प्रबजोत सिंह ने दावा किया है कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा के सहयोगी इस हमले के पीछे थे। उन्होंने तिकुनिया थाने में इस हमले को लेकर अपनी शिकायत भी दर्ज कराई है, जिसमें आशीष मिश्रा का नाम भी बताया गया है।
2021 में हुई थी चार किसानों, एक पत्रकार की हत्या
हालांकि पुलिस ने इश हमले के पीछे लखीमपुर खीरी हिंसा से संबंध होने पर इनकार किया है। कहा है कि यह हमला दो पक्षों के बीच दुश्मनी के कारण हुआ है। बता दें कि आशीष मिश्रा लखीमपुर खीरी मामले में मुख्य आरोपी हैं। उन पर 3 अक्टूबर 2021 को लखीमपुर खीरी में चार किसानों और एक पत्रकार की हत्या करने का आरोप है।
लखीमपुर खीरी के एसपी संजीव सुमन ने एक मीडिया रिपोर्ट में कहा है कि हमला दो समूहों के बीच आपसी दुश्मनी के कारण हुआ है। इस घटना का लखीमपुर खीरी हिंसा से कोई लेना-देना नहीं है। तिकुनिया थाने में शिकायत दर्ज की गई है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। घायल का इलाज अस्पताल में चल रहा है।
मुख्य गवाह ने लगाए ये गंभीर आरोप
प्रबजोत सिंह ने मीडिया को बताया कि मैं और मेरा भाई एक समारोह में शामिल होने गए थे। इस दौरान हम पर तीन लोगों ने तलवार से हमला किया था। हमले के दौरान सर्वजीत बुरी तरह घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनके सिर में कई टांके लगाए गए हैं।
जानकारी के मुताबिक 6 दिसंबर को लखीमपुरी खीरी की एक अदालत ने आशीष मिश्रा और 13 अन्य के खिलाफ पिछले साल जिले में चार किसानों और एक पत्रकार की हत्या के मामले में आरोप तय किए। ट्रायल 16 दिसंबर से शुरू होगा।