Uttar Pradesh Etah Murder To Grab Insurance Money: उत्तर प्रदेश के एटा से इंसानियत को शर्मशार करने वाला मामला सामने आया है। जहां रुपए के लालच में एक व्यक्ति ने अपने ही दोस्त की हत्या कर दी। बीमा के रुपये हडपने के लिए आरोपी ने एक अन्य व्यक्ति के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची। करीब 5 दिन पूर्व आरोपी ने मृतक को बहाने से बुलाया। और अपने दोस्त के साथ मिलकर युवक की हत्या कर दी। मृतक एटा के निधौलीकलां का रहने वाला था।
परिजन ने मृतक के गायब होने की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने 25 सितंबर को निधौलीकलां क्षेत्र में गहराना के पास से चरनसिंह के शव को बरामद किया। पुलिस ने संदेह होने पर दो आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो आरोपियों ने बताया कि उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट देख हत्या की साजिश रची थी।
24 सितंबर से गायब था मृतक
मृतक के पिता ने पुलिस को बताया, कि उसके 35 वर्षीय बड़े बेटे चरनसिंह और बहू के बीच विवाद चल रहा था। इससे नाराज होकर बहू 15 दिन पहले मायके चली गई थी। इस बात से परेशान होकर चरनसिंह 24 सितंबर की शाम घर से कहीं चला गया था। वापस न आने पर परिजन ने थाने में चरनसिंह के गायब होने की शिकायत दर्ज कराई थी।
फेसबुक की पोस्ट देख रची हत्या की साजिश
25 सितंबर को निधौलीकलां क्षेत्र में गहराना के पास चरनसिंह का शव मिला। उसके शरीर पर काफी चोटें थीं. पुलिस ने सूचना के बाद मौके पर पहुंचकर जायजा लिया और शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने फेसबुक पर पोस्ट देखकर हत्या का प्लान बनाया था।
29 सितंबर को पुलिस ने वीरेंद्र नाम के व्यक्ति को अवागढ़ किला तिराहे के पास से पकड़ लिया। आरोपी से पूछताछ के बाद पुलिस ने 30 सितंबर को रघुराज नाम के व्यक्ति को उसके घर से धर दबोचा। पुलिस ने दोनों से सख्ती से पूछताछ की। दोनों ने हत्या की जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने घटना स्थल से मृतक चरनसिंह का मोबाइल, आधार कार्ड, पैन कार्ड, चप्पलें और टूटा हुआ सिम बरामद किया ।
30 लाख हड़पने के लिए रची साजिश
एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने फेसबुक पर एक पोस्ट देखी थी। उसके बाद हत्या की साजिश रची। मृतक का भाई मानसिक रूप से कमजोर है। आरोपियों ने मृतक के भाई से दोस्ती की। चरनसिंह का आधार कार्ड लेकर मृतक के छोटे भाई का बैंक में खाता खुलवाया।
आरोपियों ने फेसबुक पर पोस्ट देखकर पहले मृतक चरनसिंह का 30 लाख रुपये का बीमा कराया। बीमा का नॉमिनी चरनसिंह के छोटे भाई को बनाया। फिर आरोपियों ने चरनसिंह को बहाने से बुलाकर उसकी हत्या कर दी। बीमा का पैसा चरनसिंह के छोटे भाई के खाते में आना था। जिसे निकलवाकर दोनों आरोपी आपस मे बांट लेंगे.