UP News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की नोएडा पुलिस (Noida Police) ने गुरुवार को दिल्ली के शराब (Liquor) तस्करों के एक अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर करीब 4500 लीटर शराब बरामद की है, जिसकी बाजार में इसकी कीमत करीब 20 लाख रुपए आंकी गई है।
क्रिसमस और नए साल पर बेचनी थी
नोएडा के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त आशुतोष द्विवेदी ने मीडिया को बताया कि क्रिसमस और नए साल के लिए अवैध रूप से यह हरियाणा की शराब यूपी में बेचने के लिए लाई गई थी। अधिकारी ने कहा कि गिरफ्तार लोगों में एक आरोपी दिल्ली शराब माफिया कमल किशोर चौरसिया उर्फ केपी का बेटा भी शामिल है। उसके खिलाफ पूर्व में दो दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं।
रजनीगंधा चौक से पुलिस ने दबोचे
उन्होंने बताया कि संदिग्धों को रजनीगंधा चौक के पास सेक्टर-20 थाना पुलिस की टीम ने एक गुप्त सूचना के आधार पर पकड़ा है। शराब के कार्टन से भरी तीन कारों और एक पिकअप को भी जब्त किया गया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि तीन शराब तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया है। इन आरोपियों का नेटवर्क दिल्ली और गुरुग्राम से जुड़ा है। ये हरियाणा से शराब लाते थे।
गुरुग्राम से लाते थे शराब
अतिरिक्त डीसीपी ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने गुरुग्राम (हरियाणा) से शराब मंगवाई थी। केपी गुरुग्राम में अपने गुर्गों से संपर्क करता था और फिर उनके साथ आपूर्तिकर्ता का फोन नंबर साझा करता था। गुरुग्राम में आपूर्तिकर्ता इन आरोपियों को शराब सौंप देता था। उन्होंने बताया कि शराब खरीदने के बाद आरोपी इसे दिल्ली की सीमाओं पर अलग-अलग रास्ते से नोएडा में लेकर आते थे। जहां से अवैध बिक्री की जाती थी।
दिल्ली के रहने वाले हैं तीनों आरोपी, तीन फरार
पुलिस के अनुसार इस कार्रवाई में 386 कार्टन यानी करीब 4,500 लीटर शराब (अनुमानित 21 लाख रुपये) जब्त की गई है। आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि गिरोह का मास्टरमाइंड केपी है। जबकि उसके तीन साथी फरार हो गए हैं। उन्हें भी जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। पकड़े गए आरोपियों की पहचान केपी के बेटे आशीष, रवि चौहान और नकुल नागर के रूप में हुई है। तीन दिल्ली के रहने वाले हैं।
(Provigil)
Edited By