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उत्तर प्रदेश / उत्तराखंड

रामनवमी को लेकर हाई अलर्ट पर यूपी पुलिस, अफसरों की बैठक में डीजीपी ने जारी किए ये आदेश

होली के बाद अब रामनवमी को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस हाई अलर्ट मोड पर है। डीजीपी ने पुलिस को धार्मिक आयोजनों पर निगरानी बढ़ाने के आदेश दिए हैं। डीजीपी ने कहा कि धार्मिक आयोजनों में जितने भी लोग शामिल होते हैं, उन सबके बारे में खुफिया जानकारी जुटाई जाए।

Author Edited By : Parmod chaudhary Updated: Mar 17, 2025 18:48
DGP Prashant Kumar

उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने सोमवार को पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने पुलिस को रामनवमी पर्व और दूसरे धार्मिक आयोजनों पर कड़ी नजर रखने को कहा है। किसी तरह का उपद्रव न हो, इसलिए पुलिस हाई अलर्ट मोड पर है। डीजीपी ने पुलिस को आदेश जारी किए हैं कि धार्मिक आयोजन में जुटने वाले लोगों के बारे में खुफिया जानकारी इकट्ठा की जाए। उपद्रवी शांति भंग न कर सकें, इसलिए पुलिस सतर्कता बरते। इस बाबत डीजीपी ने सभी पुलिस कमिश्नरों, एडीजीपी, आईजी, डीआईजी और एसपी को निर्देश जारी किए हैं।

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यूपी पुलिस को हाल ही में जानकारी मिली थी कि अपराधी वारदात के बाद छिपने के लिए धार्मिक आयोजनों की आड़ लेकर फरार हो जाते हैं। ऐसे में यूपी पुलिस को अब खास आदेश जारी किए गए हैं। डीजीपी ने दूसरे राज्यों और जिलों से आने वालों लोगों पर पैनी नजर रखने को कहा है। एसटीएफ को भी सक्रिय किया गया है कि कोई भी अपराधी धार्मिक कार्यक्रमों में छिपकर पुलिस से बच न पाए। डीजीपी ने कहा कि हाल ही में शामली जिले में एक अपराधी के साथ मुठभेड़ के दौरान पुलिस इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद हो गए थे। बाद में जब जांच हुई तो पता चला कि आरोपी ने पुलिस से बचने के लिए धार्मिक सभाओं का इस्तेमाल किया था।

आयोजकों पर भी रहेगी पुलिस की नजर

अब ऐसे कार्यक्रमों को आयोजित करने वालों पर भी नजर रखी जाएगी। डीजीपी ने जिला खुफिया इकाइयों और सोशल मीडिया की निगरानी करने वाली टीमों को भी सक्रिय रहने के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस को आपसी तालमेल के साथ काम करने की जरूरत है। लोगों का विस्तृत रिकॉर्ड अपने पास रखें और जरूरत पड़ने पर कार्यक्रम आयोजकों के साथ संपर्क करें।

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रजिस्टर में दर्ज की जाए पहचान

निर्देशों के अनुसार उपस्थित लोगों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी एक रजिस्टर में नोट होनी चाहिए। रजिस्टर में उनका विवरण, आधार कार्ड की कॉपी आदि जैसी पहचान भी रखी जाए। संदिग्ध व्यक्तियों के बैकग्राउंड की भी हर महीने जांच होनी चाहिए कि वह किसी मामले में शामिल तो नहीं? पुलिस को सार्वजनिक सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सतर्क रहने के आदेश दिए गए हैं।

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First published on: Mar 17, 2025 06:48 PM

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