UP News: उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या में राम मंदिर के लिए चल रहे निर्माण स्थल की सुरक्षा के लिए बम डिस्पोजल एंड डिटेक्शन स्क्वॉड (बीडीडीएस) की दो टीमों को अलग से तैनात किया है।
प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट, हाईकोर्ट लखनऊ खंडपीठ, वाराणसी आयुक्तालय, पीएसी गोंडा और लखनऊ सचिवालय परिसर में पांच नई बीडीडीएस टीमों का गठन किया गया है।
अधिकारियों ने कहा कि अयोध्या में राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा के लिए बीडीडीएस की दो टीमों को अलग से अयोध्या में तैनात किया गया है। इसके अलावा दो नई गंदारोधी जांच टीमों को भी अयोध्या में तैनाती दी गई है।
13 साल बाद पूरे प्रदेश में बढ़ी बीडीडीएस की टीमें
बताया गया है कि 13 साल बाद यूपी पुलिस के सुरक्षा विंग की बीडीडीएस टीमों की संख्या राज्य स्तर पर बढ़ाई गई है। अब बीडीडीएस की 31 टीमें राज्य भर में तैनात हैं।
डीजी मुख्यालय के मुताबिक राम जन्मभूमि परिसर में बम निरोधक दस्ता पहले से ही तैनात है। अब दो और टीमों को तैनात किया गया है। जबकि हाईकोर्ट के प्रयागराज और लखनऊ परिसरों की सुरक्षा के लिए एक-एक बम निरोधक दस्ता दिया गया है।
हाईकोर्ट के प्रयागराज-लखनऊ परिसर में भी तैनाती
अधिकारियों की ओर से कहा गया है कि कुछ महीने पहले हाईकोर्ट ने भी अपने दोनों परिसरों में बम निरोधक दस्ता तैनात करने के निर्देश दिए थे। इसके अलावा लोकभवन समेत पांच सचिवालय भवनों की सुरक्षा के लिए भी टीमें दी गई हैं।
वाराणसी में देश-विदेश के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों समेत वीवीआईपी की आवाजाही को देखते हुए एक बम निरोधक दस्ते को यहां लगाया गया है। साथ ही गोंडा में पीएसी की 30वीं कोर में भी एक दस्ते को तैनात किया गया है।
यहां से प्रशिक्षित होकर आई हैं टीमें
अधिकारियों ने बताया कि इन टीमों को एनएसजी मानेसर, हरियाणा और सीआरपीएफ प्रशिक्षण केंद्र, पुणे से प्रशिक्षित किया गया है। पहले बीडीडीएस टीम के पास वातानुकूलित बसें नहीं थीं। इसके चलते टीम में शामिल कुत्तों को लाने-ले जाने में दिक्कत हो रही थी। अब सभी 31 टीमों को वातानुकूलित बसें दे दी गई हैं।