Kanpur Accident Survivor Girl Emotional Story: उत्तर प्रदेश के कानुपर में तेज रफ्तार कार ने स्कूटी को टक्कर मार दी थी। कार को नाबालिग लड़के ड्राइव कर रहे थे, जो स्कूल छोड़कर घूमने के लिए निकले थे। हादसे का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। हादसे में स्कूटी सवार महिला भावना मिश्रा (42) की मौत हो गई है, जबकि उसकी बेटी मेधावी मिश्रा (13) बुरी तरह जख्मी है। उसके शरीर में कई जगह फ्रैक्चर हैं, लेकिन उसे अपनी मां की मौत होने के बारे में पता नहीं है।
इसलिए वह बार-बार पिता से मां के बारे में पूछ रही है, लेकिन उसकी हालत देखते हुए पिता उसे उसकी मां की मौत होने के बारे में नहीं बता रहे। बेटी पूछती है कि पापा, मम्मी ठीक तो हो जाएगी। मुझे उनसे मिलना है, लेकिन पिता के पास कोई जवाब नहीं है। यह कहते हुए हादसे में पत्नी को गंवाने वाले अनूप मिश्रा फूट-फूट कर रोने लगे, क्योंकि जहां पत्नी को खोने का गम है, वहीं बेटी की हालत देखकर वे काफी परेशानी हैं।
अति भयावह, हृदयविदारक!!🥲
---विज्ञापन---कानपुर के किदवईनगर में स्कूल बंक करके बिना लाइसेंस के तेज रफ्तार कार चलाकर नाबालिग लड़के-लड़कियों ने कईयों को मारी टक्कर. स्कूटी सवार मां-बेटी आईं चपेट में, मां की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं बेटी के शरीर की कई हड्डियां टूट गई हैं, हालत नाजुक है. खौफनाक… pic.twitter.com/I0o0wEK9Cd
— Gyanendra Shukla (@gyanu999) August 3, 2024
आरोपी ड्राइवर के पास नहीं था लाइसेंस
अनूप मिश्रा कहते हैं कि उनकी बेटी की पसलियां टूट गई हैं। पैर और कूल्हे में फ्रैक्चर है। सदमे में बार-बार बेहोश हो जाती है। होश में आते ही मां के बारे में पूछती है, लेकिन उनके पास उसके सवालों का जवाब नहीं है। बता दें कि 45 साल के अनूप मिश्रा HDFC बैंक में सीनियर मैनेजर हैं। वे केशव नगर बांके बिहारी इन्क्लेव में परिवार समेत रहते हैं। 2 जुलाई को अनूप की पत्नी भावना मिश्रा और बेटी मेधावी मिश्रा स्कूटी पर किसी काम से गई थीं।
किदवई नगर में एक कार ने उन्हें टक्कर मार दी। हादसे में भावना की मौत हो गई और मेधावी घायल हो गई, जिसे लोगों ने अस्पताल पहुंचाया। आरोपी 17 वर्षीय 12वीं क्लास का छात्र है। उसके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता-2023 की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है, क्योंकि उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं था। कार सवार अन्य लड़के मौके से फरार हो गए। आरोपी को इटावा के बाल सुधार गृह में भेज दिया गया और पिता को बेल पर छोड़ दिया गया। साउथ DCP रवींद्र कुमार केस देख रहे हैं।