Umesh Pal Murder Case: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड से जुड़े दो आरोपियों के पुलिस द्वारा किए एनकाउंटर की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं। प्रयागराज के जिलाधिकारी संजय खत्री की ओर से जारी आदेश के मुताबिक एडीएम प्रशासन हर्षदेव पांडेय इसकी जांच करेंगे। माना जा रहा है कि भविष्य में कोई एनकाउंटर पर सवाल न खड़ा कर सके, इसलिए यह आदेश दिए गए हैं।
मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए
जानकारी के मुताबिक उमेश पाल हत्याकांड से जुड़े दो आरोपियों का पुलिस ने पिछले दिनों पुलिस ने एनकाउंटर किया था। सूत्रों के अनुसार 27 फरवरी को कौशांबी निवासी अरबाज के साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई। पुलिस ने दावा किया था कि धूमनगंज थाना क्षेत्र में अरबाज मारा गया। पुलिस ने यहा तक कहा था कि 24 फरवरी को हमलावरों की एसयूवी गाड़ी को अरबाज चला रहा था।
जांच के साथ जिलाधिकारी ने यह भी कहा
इसके बाद 6 मार्च को प्रयागराज पुलिस ने 23 वर्षीय अपराधी विजय चौधरी उर्फ उस्मान को एनकाउंटर में मार गिराया था। इस बार पुलिस ने दावा किया कि उस्मान ने ही उमेश पाल को पहली गोली मारी थी। मजिस्ट्रियल जांच का आदेश जारी करते हुए जिलाधिकारी प्रयागराज ने कहा कि कोई भी शख्स इन मुठभेड़ों के संबंध में अपना बयान दर्ज करा सकता है। बयान दर्ज कराने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।
हमलावरों को कार देने वाला भी गिरफ्तार
वहीं दूसरी ओर उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस को एक और सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल क्रेटा गाड़ी के मालिक को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से खुलासा हुआ है कि उसके हमलावर क्रेटा कार और दो बाइक में आए और उन्होंने हत्याकांड को अंजाम किया। उमेश पाल पर देसी बमों से हमला कर उनके घर के बाहर गोली मार दी गई।
यूपी के बहराइच से पुलिस ने दबोचा
इस हत्याकांड के बाद गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद, उनकी पत्नी, उनके दो बेटे, भाई अशरफ और कई लोगों को आरोपी बनाया गया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि वारदात में इस्तेमाल क्रेटा कार के मालिक रुखसार अहमद को यूपी के बहराइच जिले से गिरफ्तार किया गया है। क्रेटा के दस्तावेजों में रुखसार अहमद का नाम दर्ज था। सूत्रों ने बताया कि वह प्रयागराज के करेली में एक ट्रैवल एजेंसी चलाता है।
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परिवार के साथ फरार था कार का मालिक
घटना के बाद रुखसार अपने परिवार समेत फरार था। जांच में सामने आया है कि रुखसार ने नफीस अहमद से गाड़ी अपने नाम कराई थी। सामने ये भी आया है कि कार मालिक रुखसार अहमद और नफीस अहमद करीबी रिश्तेदार हैं।
24 फरवरी को हुई थी उमेश पाल की हत्या
पुलिस ने बताया कि वर्ष 2005 के बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की 24 फरवरी को प्रयागराज में उनके आवास के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पूर्व सांसद अतीक अहमद के छोटे भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ को हराकर इलाहाबाद (पश्चिम) विधानसभा सीट से चुनाव जीता था। विधायक राजू पाल की हत्या चुनाव जीतने के कुछ दिन बाद ही कर दी गई थी।