Uttarakhand News: उत्तराखंड को जल्द ही आधुनिक सुविधाओं से लैस दो नए शहर स्थापित होने वाले हैं। प्रदेश सरकार के इस प्रस्ताव पर केंद्र सरकार ने प्रारंभिक तौर पर मंजूदी दे दी है। बताया गया है कि जल्द ही केंद्र सरकार की संबंधित एजेंसियां और टीमें मौके पर आकर स्थल का मुआयना करेंगी।
राज्य सरकार ने केंद्र को भेजा था प्रस्ताव
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, उत्तराखंड सरकार ने बताया है कि कुमाऊं मंडल में काशीपुर और गढ़वाल मंडल में डोईवाला के पास दो नए शहरों की स्थापना के लिए केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है। उत्तराखंड सरकार के आवास विभाग ने सभी सुविधाओं से युक्त शहर बसाने का प्रेजेंटेशन केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय को दिया है। सहमति के बाद जल्द केंद्र पर टीम दोनों जगहों का निरीक्षण करने आने वाली है।
In Uttarakhand, the central government has given preliminary approval for setting up two new cities near Kashipur in the Kumaon division and Doiwala in the Garhwal division. The Housing Department of the Government of Uttarakhand has given the presentation of the well-equipped…
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 7, 2023
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यहां बसाया जाएगा पहला शहर
एक स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उत्तराखंड में पहला शहर ऊधमसिंह नगर जिले में स्थित काशीपुर के नजदीक बसाया जाएगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2011 की जनगणना में ऊधमसिंह की जनसंख्या 17 लाख थे। इसके अलावा अन्य बातों को ध्यान में रखते हुए यहां नया शबर बसाए जाने की जरूरत को महसूस किया गया है।
यहां बसाया जाएगा दूसरा शहर
इसके अलावा उत्तराखंड सरकार के अनुसार दूसरा शहर गढ़वाल मंडल के डोईवाला में बसाया जाएगा। बताया गया है कि रोजगार या अन्य कारणों की वजह से पहाड़ों के हो रहे पलायन का देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार समेत अन्य शहर पर बोझ बढ़ रहा है। लिहाजा यहां की आबादी भी बढ़ रही है। सरकार के सूत्रों की मानें तो इन दोनों शहरों में भविष्य की सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।
भविष्य की जरूरतों को देखते हुए तैयार किया खाका
सूत्रों का कहना है कि सरकार की ओर से बसाए जाने वाले इन शहरों में पानी, बिजली, पार्क, मॉल, स्टेडियम समेत काफी सुविधाएं होंगी। सरकार ने भविष्य की जरूरतों को देखते हुए इन दोनों शहरों का खाका तैयार किया है। साथ ही सरकार की मंशा है कि इन दोनों शहरों के स्थापित होने के बाद प्रदेश में पलायन की दर घटेगी।