The Elephant Whisperers: जिस समय गुनीत मोंगा और कार्तिकी गोंसाल्विस की ‘द एलिफेंट व्हिस्परर्स’ (The Elephant Whisperers) ने सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री फिल्म कैटेगरी में ऑस्कर (Oscar 2023) जीता, उस वक्त उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में खुशी का माहौल था। यहां एक प्रोफेसर ने दो दशक से ज्यादा पुरानी फोटो एल्बम को देखते हुए यादें ताजा कीं। फोटो में एक छात्र और ऑस्कर विजेता गुनीत दिखाई दे रही हैं।
जानकारी के मुताबिक यह गुनीत मोंगा का दूसरा ऑस्कर है। इससे पहले उन्होंने वर्ष 2019 में डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट कैटेगरी में ‘पीरियड एंड ऑफ सेंटेंस’ के लिए ऑस्कर जीता था। मोंगा इस फिल्म के एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर थीं।
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लखनऊ से पढ़ीं हैं गुनीत मोंगा
लखनऊ के डॉ. बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ मीडिया एंड कम्युनिकेशन के मास कम्युनिकेशन और पत्रकारिता विभाग के डीन प्रोफेसर गोविंद पांडे आज गर्व से फूले नहीं समा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोंगा कॉलेज के दिनों से ही रचनात्मक थीं और एक्ट्रा करिकुलर एक्टिविटी में सक्रिय रूप से भाग लेती थीं।
यहां से की पत्रकारिता की पढ़ाई
इसके बाद उन्होंने 2002 में गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय से संबद्ध मधु बाला इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशन एंड इलेक्ट्रॉनिक मीडिया (MBICEM) में भी गुनीत को पढ़ाया। प्रोफेसर पांडे ने बताया कि गुनीत मोंगा एमबीआईसीईएम में बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन का छात्रा थीं। जहां वे टेलीविजन पत्रकारिता पढ़ाते थे और संस्थान में बनने वाली शॉर्ट फिल्मों की देखरेख करते थे।
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द एलिफेंट व्हिस्परर्स देती है एक खास संदेश
उन्होंने कहा कि एक शिक्षक के रूप में मैं प्रार्थना करता हूं कि वह ज्यादा से ज्यादा पुरस्कार प्राप्त करें। इससे युवा प्रेरित होंगे। मोंगा की ऑस्कर विजेता फिल्म इंसान और जानवरों के उनके प्राकृतिक आवास में शांतिपूर्ण जीवन का एक बड़ा उदाहरण है। इतना ही नहीं एमबीआईसीईएम के कई छात्र हैं जो फिल्म उद्योग में अद्भुत काम कर रहे हैं।