Short Dress Ban in Navratri: नवरात्रि को लेकर देशभर में तैयारियां तेज हो गई हैं, भक्त अपने घरों में माता के आगमन को लेकर तैयारी में जुटे हैं तो वहीं मंदिर के पुजारी मंदिर में साफ-सफाई और सजावट के जरिए उसकी सुंदरता को बढ़ाने के लग गए हैं। वहीं इस बीच उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के एक मंदिर में वहां के पुजारी ने नवरात्रि से ठीक पहले माता रानी के भक्तों के लिए फरमान जारी करते हुए एक खास वर्ग के भक्तों की मंदिर में एंट्री पर बैन लगा दिया है। मंदिर के पुजारी से जब इस फरमान के पीछे की वजह पूछी गई तो उन्होंने कहा कि हमारी भारतीय एवं सनातनी संस्कृति को मजबूत करने के लिए ऐसा करना जरूरी था।
प्राचीन काली माता मंदिर में ‘बैन’ संबंधित पोस्टर
मुरादाबाद के लाल बाग स्थित प्राचीन काली माता मंदिर का है, जहां नवरात्रि के मौके पर भारी भीड़ देखने को मिलती है और यह भीड़ पूरे नवरात्रि भर बनी रहती है लेकिन इस बार आने वाले नवरात्रि के वक्त मंदिर परिसर में एक खास वर्ग के लोगों की मंदिर में एंट्री पर बैन लगाया गया है। इतना ही नहीं, मंदिर परिसर में पुजारी की ओर से इस फैसले को लेकर बकायदा पोस्टर भी लगाए गए हैं, जिसकी तस्वीर अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
मिनी स्कर्ट, कटी-फटी जींस आदि पहनावे पर लगाया बैन
पुजारी की ओर से मंदिर परिसर में 15 अक्टूबर से शुरू हो रहे शारदीय नवरात्रि को लेकर लगाए गए पोस्टर में श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे नवरात्र के दौरान माता रानी के दर्शन के लिए छोटे, हाफ पेंट बरमूडा, मिनी स्कर्ट, कटी-फटी जींस आदि पहनकर आने से बचाव करें और साथ ही भारतीय परंपरा के अनुसार वस्त्र पहनकर आएं और माता रानी का दर्शन पूजन करें। इसके साथ ही उस पोस्टर में यह भी कहा गया है कि ऐसा खरने से हमारी भारतीय परंपरा व सनातनी संस्कृति को मजबूती मिलेगी।
मंदिर के महंत ने की अपील
प्राचीन सिद्धपीठ काली माता मंदिर में अमर्यादित कपड़े पहनकर प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही मंदिर के महंत की ओर से मंदिर के प्रवेश और निकास द्वार के बाहर इस सूचना के बैनर भी लगाए गए हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हुए पोस्टर को लेकर महंत रामगिरि महाराज ने बताया कि छोटे कपड़े, हाफ पैंट, बरमूडा, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट, कटी फटी जींस, फ्राक आदि पहनकर मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को परिसर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि मंदिर परिसर में मर्यादित कपड़े पहनकर ही आएं।