RSS Big Step : लोकसभा चुनाव 2024 करीब हैं, अब राजनीतिक पार्टियों के साथ-साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भी अब कमर कस ली है वह अब गैर-हिंदुओं के बीच अपनी पैठ बढ़ाना चाहती है। बता दें कि शनिवार को आरएसएस के मुखिया मोहन भागवत ने अवध प्रांत की प्रांतीय कार्यकारिणी और विभाग टीम के साथ अलग-अलग बैठकों में इस योजना की रूपरेखा तैयार की। सूत्रों का कहना है कि आरएसएस गैर-हिंदुओं, मुस्लिमों, ईसाइयों, सिखों और बौद्धों के बीच अपनी पहुंच बढ़ाएगी, इसके लिए आरएसएस के लोग सभी धर्मों के धार्मिक स्थलों पर जाकर उनका दौरा करेंगे, चाहें वह गुरुद्वारा हो, चर्च हो, मंदिर हो या फिर मस्जिद। इसके लिए वह चार दिवसीय लखनऊ दौरे पर हैं।
गैर-हिंदुओं के बीच पैठ बनाएगी RSS
बैठक में निर्णय लिया गया कि अब आरएसएस जिला स्तर पर गैर-हिंदुओं के बीच समन्वय बढ़ाने पर ध्यान देगी। इसके साथ ही दलित बस्तियों में सामाजिक समरसता बढ़ाने पर भी जोर दिया गया। कहा जा रहा है कि यह सब 2024 के लोकसभा चुनावों के मद्देनज़र किया जा रहा है।
अपनी छवि सुधारना चाहता है संघ
आरएसएस की छवि समाज में एक कट्टरवादी संघ के तौर पर बन चुकी है इसलिए वह अपनी इस छवि को सुधारना चाहती है। उसका यह कदम भी इसी सोच को लेकर स्पष्ट है। वह दलित लोगों के बीच अपनी पैठ बनाने के लिए ये कदम उठा रही है। इसके जरिए आरएसएस, पिछड़ी जातियों को अपने साथ चलने का वादा कर रही है।