---विज्ञापन---

रोबोटिक पहल से बदल गया मेडल सेरेमनी का रूप, ‘मौली रोबोट’ लाया विजेताओं के लिए पदक

Uttarakhand News : 38वें राष्ट्रीय खेलों में रोबोटिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया। एथलेटिक्स इवेंट की मेडल सेरेमनी में मौली रोबोट मेडल लेकर आया और विजेताओं के पास जाकर दिया। 

Edited By : Deepak Pandey | Updated: Feb 8, 2025 22:31
Share :
Molly Robot
विजेताओं के लिए मौली रोबोट लाया पदक।

Uttarakhand News : मेजबान उत्तराखंड ने 38वें राष्ट्रीय खेलों में तकनीकी नवाचार की एक बड़ी मिसाल पेश की। राष्ट्रीय खेलों में शनिवार को यह मौका एथलेटिक्स इवेंट की मेडल सेरेमनी का था। खिलाड़ियों से लेकर दर्शकों की ठीक ठाक उपस्थिति थी। सभी उम्मीद कर रहे थे कि कुछ ही देर में होने वाली मेडल सेरेमनी परंपरागत रूप से ही आयोजित होगी, मगर अगले पलों में मेडल सेरेमनी का पूरा रूप ही बदला हुआ था। रिमोट कंट्रोलर की कमांड से ‘मौली रोबोट’ में हरकत शुरू हुई। वह एक ट्रे में मेडल लेकर विजेताओं के पास पहुंचा। अतिथियों ने मेडल उठाए और विजेताओं के गले में पहना दिए।

राष्ट्रीय खेलों में मेजबान उत्तराखंड ने रोबोटिक तकनीक से जुड़ी पहल कर सभी को सुखद अनुभूति से भर दिया। हालांकि, एथलेटिक्स इवेंट को छोड़कर अन्य में परंपरागत रूप से ही मेडल सेरेमनी आयोजित की गई। यानी हाथ में ट्रे लेकर युवतियां ही विजेताओं के लिए मेडल लाईं। एथलेटिक्स के करीब 40 इवेंट होने हैं। खेल निदेशक प्रशांत आर्या के अनुसार, एथलेटिक्स के अधिकतर इवेंट में मेडल सेरेमनी के दौरान ‘मौली रोबोट’ का ही इस्तेमाल किया जाएगा।

---विज्ञापन---

यह भी पढ़ें : ‘सत्ता के सेमीफाइनल’ में जीत से जमी धामी की ‘धमक’, उत्तराखंड नगर निकाय चुनाव में खिला कमल

उत्तराखंड पुलिस की ड्रोन टीम छाई

---विज्ञापन---

मौली रोबोट के विचार पर उत्तराखंड पुलिस की ड्रोन टीम ने एक प्राइवेट फर्म डीटाउन रोबोटिक्स के साथ मिलकर काम किया। ड्रोन टीम के विपिन कुमार, दीपांकर बिष्ट, प्रशांत चंद्र, दीपक बिष्ट, अभिषेक कुमार, प्रज्ज्वल रावत ने करीब डेढ़ महीने इस प्रोजेक्ट पर काम किया। मेडल सेरेमनी में जहां ‘मौली रोबोट’ ने काम किया, वहीं डिस्कस के इवेंट के दौरान एक अन्य रोबोट ने सहयोग किया। ओलंपियन मनीष रावत के अनुसार-मेडल सेरेमनी में रोबोट का इस्तेमाल उन्होंने पहली बार देखा है।

जानें क्या बोले अमित सिन्हा?

राष्ट्रीय खेल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमित सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश थे कि राष्ट्रीय खेलों में तकनीकी पहल भी होनी चाहिए। इसलिए, रोबोटिक तकनीक की मदद लेकर यह प्रयोग किया गया। हैमर थ्रो, जेवलिन थ्रो, डिस्कस थ्रो जैसी एथलेटिक्स इवेंट में भी हम रोबोटिक तकनीक का इस्तेमाल करते हुए मानव संसाधन पर निर्भरता कम कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें : ‘विचारधारा को खत्म करना होगा…’, पत्नी को टिकट न मिलने पर BJP में शामिल हुए उत्तराखंड के ये दिग्गज नेता

CM पुष्कर धामी का भी आया बयान

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि 38वें राष्ट्रीय खेल में खिलाड़ियों के बेहतरीन प्रदर्शन के अलावा कई अभिनव पहल भी पूरे देश को दिखाई दे रही है। तकनीकी पहल भी अब राष्ट्रीय खेलों के साथ जुड़ गई है। हमारी कोशिश ये ही है कि नई तकनीक का पूरा लाभ लेते हुए खेल विकास के लिए कार्य किया जाए।

HISTORY

Edited By

Deepak Pandey

First published on: Feb 08, 2025 10:25 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें