Rampur father in law tied into knot with daughter in law: उत्तरप्रदेश में रामपुर जिले के शहजादनगर थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। यहां एक 55 वर्षीय व्यक्ति ने अपने ही बेटे के लिए तय की गई युवती से निकाह कर लिया। दवा के बहाने बहू को दिल्ली लेकर गया था और शादी के बाद ही घर लौटा। परिवार खिलाफ हुआ तो पंचायत बैठी, सर्वसम्मति से दोनों को परिवार ने घर से बाहर निकाला। यह अनोखा और विवादास्पद रिश्ता अब गांव में चर्चा का केंद्र बना हुआ है। गौरतलब है कि इससे पहले अलीगढ़ में शादी से पहले दामाद अपनी सास को घर से भगा ले गया था।
बहू को दवा दिलाने के बहाने ले गया था दिल्ली
जानकारी के अनुसार, शहजादनगर थाना अंतर्गत ककरौआ गांव निवासी उक्त व्यक्ति पिछले कुछ समय से भोट क्षेत्र के बांस नगली गांव में रह रहा था। उसके तीन बेटे हैं। करीब छह महीने पहले उसने अपने छोटे बेटे के लिए अजीमनगर थाना क्षेत्र की 18 वर्षीय युवती से रिश्ता तय किया था। शादी की तारीख भी तय थी। शादी की तारीख नजदीक आने से पहले ससुर ने होने वाली बहू के घर चक्कर लगाने शुरू कर दिए। इसी बीच उसका दिल बेटे की मंगेतर पर आ गया था। बहू को डाक्टर को दिखाने के बहाने वो उसे दिल्ली ले गया और वापस नहीं लौटा। आठ दिन बाद बहू से शादी कर घर लौटा। यह रिश्ता परिवार के बाकी सदस्यों को मंजूर नहीं था। इस मुद्दे पर घर में विवाद और मारपीट तक की नौबत आ गई थी।
निकाह की खबर सुन गांववाले हैरान
गांव में जब इस निकाह की खबर पहुंची तो लोग हैरान रह गए। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह रिश्ता सामाजिक मान्यताओं के खिलाफ है और युवक अब शर्म के कारण अपनी नवविवाहिता पत्नी को गांव नहीं लाया है। बताया जा रहा है कि वे फिलहाल दिल्ली में किसी रिश्तेदार के यहां रह रहे हैं। इस घटना के बाद न सिर्फ ककरौआ गांव, बल्कि बांस नगली और आस-पास के क्षेत्रों में भी लोगों के बीच चर्चाएं तेज हो गई हैं। जहां कुछ लोग इसे अनैतिक मान रहे हैं, वहीं कुछ लोग इसे हैरानी और अस्वीकार के भाव से देख रहे हैं। युवक के बेटे भी इस रिश्ते से बेहद नाराज बताए जा रहे हैं। यह मामला समाजिक मूल्यों और पारिवारिक रिश्तों को लेकर कई सवाल खड़े करता है, और फिलहाल स्थानीय लोग भी इसे पचा नहीं पा रहे हैं।