समाजवादी पार्टी के नेता रामजी लाल सुमन द्वारा दिए गए बयान पर जमकर बवाल हो रहा है। राज्यसभा सदस्य रामजी लाल सुमन ने अपने बयान पर माफी मांगने से इनकार कर दिया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि इतिहास को नकारा नहीं जा सकता और वह अपने बयान पर कायम हैं। विरोध में उतरी करणी सेना के पदाधिकारियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था।
राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन के समर्थकों द्वारा करणी सेना के पदाधिकारियों पर किए गए हमले पर भाजपा के वरिष्ठ नेता श्याम भदौरिया ने नाराजगी जताई है। अस्पताल में भर्ती करणी सेना के कार्यकर्ताओं का हालचाल जानने के लिए वह पहुंचे। इस दौरान भाजपा नेता श्याम भदौरिया काफी नाराज दिखाई दिए।
क्यों शुरू हुआ विवाद?
बता दें कि सपा के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन ने राणा सांगा पर विवादित बयान दिया था। विवादित बयान से गुस्साए करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने सपा नेता के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान करणी सेना और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक हुई थी। पुलिस ने करणी सेना के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज भी किया था।
पुलिस कमिश्नर से करेंगे मुलाकात
पुलिस की लाठीचार्ज में करणी सेना के कई कार्यकर्ता घायल हो गए थे, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया। लाठीचार्ज पर भड़के भाजपा नेता श्याम भदौरिया ने पुलिस कमिश्नर से पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई कर उन्हें निलंबित करने की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने करणी सेना को पूरा समर्थन देने की बात कही है।
क्या बोले थे सपा सांसद?
राज्यसभा सांसद सुमन का कहना था कि राणा सांगा ने बाबर को इब्राहीम लोदी को हराने के लिए बुलाया था। अपनी बात रखने के दौरान सपा सांसद ने राणा सांगा को गद्दार कह दिया था, जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया। इस पर कई प्रदेशों में राजनीति हो रही है। राजस्थान, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों के नेताओं ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।