शाहनवाज चौधरी
करणी सेना ने सपा के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन के काफिले पर टायर, पत्थर और स्याही फेंकी। इस दौरान काफिले में शामिल कई वाहन अनियंत्रित होकर आपस में टकरा गए और क्षतिग्रस्त हो गए। जैसे तैसे सपा का डेलिगेशन बुलंदशहर अलीगढ़ बॉर्डर पर गभाना टोल पर पहुंचा तो पुलिस ने रोक लिया। यहां पुलिस और सपाइयों में धक्कामुक्की और खींचतान हुई। बुलंदशहर पुलिस ने रामजी लाल सुमन को बुलंदशहर की सीमा में नहीं आने दिया और वापस आगरा लौटा दिया।
बुलंदशहर कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव सुनहेरा में 4 दिन पहले 6 दबंगों ने दलितों पर थार चढ़ा दी थी। घटना में एक महिला की मौत हो गई थी, जबकि चार लोग घायल हो गए थे। सपा का डेलिगेशन सुनहेगा गांव में दलित परिवार से मिलने जा रहा था। अलीगढ़-बुलंदशहर सीमा पर गभाना टोल से पहले रामजी लाल सुमन के काफिले पर करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने टायर और पत्थर फेंके। इतना ही नहीं भीड़ ने दिल्ली अलीगढ़ नेशनल हाईवे पर जमकर उत्पात मचाया और रामजी लाल सुमन के खिलाफ नारेबाजी की।
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रामजी लाल सुमन के काफिले पर हमला pic.twitter.com/OaIBxP6ImH
— Deepak Pandey (@deepakpandeynn) April 27, 2025
सपा सांसद के काफिले की कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त
हाईवे पर हमले के दौरान रामजी लाल सुमन की कारों का काफिला अनियंत्रित हो गया और कई वाहन आपस में टकराकर क्षतिगस्त हो गए। भीड़ से बचकर गभाना टोल पर पहुंचे सपा सांसद के काफिला को रोक दिया गया। एसपी देहात डॉ. तेजवीर ने सपा सांसद रामजी लाल सुमन को किसी तरह समझाने का प्रयास किया। बात नहीं बनने पर सपाइयों और पुलिस के बीच जमकर नोकझोंक, खींचतान और धक्कामुक्की हुई। बताया गया है कि करणी सेना के विरोध के चलते पुलिस प्रशासन ने रामजी लाल सुमन को बुलंदशहर नहीं जाने दिया। हालांकि, पार्टी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि करणी सेना के कुछ कार्यकर्ताओं ने उनके काफिले पर पथराव भी किया।
पुलिस को लगाई फटकार
इसे लेकर सपा सांसद रामजी लाल सुमन ने अलीगढ़ के पुलिस अफसरों की जमकर क्लास लगाई। उन्होंने गभाना सीओ से कहा कि कहां है आपकी सुरक्षा और एलआईयू। क्या आपको पता नहीं था कि ऐसा होने वाला है। उन्होंने कहा कि वे सुरक्षा में चूक का मुद्दा ऊपर उठाएंगे।
यूपी में दलितों पर बढ़े जुल्म, सरकार जिम्मेदार : सपा सांसद
राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन ने कहा कि सपा अध्यक्ष के निर्देशानुसार सपा डेलिगेशन को रविवार को सुनेहरा गांव जाना था। डेलीगेशन में सपा लोहिया वाहिनी अध्यक्ष, अनुसूचित प्रकोष्ठ अध्यक्ष को जाना था, लेकिन पुलिस-प्रशासन ने रोक दिया। प्रशासन नहीं चाहता कि हकीकत सभी के सामने आए। रास्ते में सपा डेलीगेशन पर पथराव करने का प्रयास किया गया। उत्तर प्रदेश में कुछ वर्ग के लोगों पर सरकार मेहरबान हैं और दलित अत्याचार से परेशान हैं। सही मायने में बोला जाए तो आज यूपी में दलितों पर अत्याचार बढ़ गए हैं। आगरा में नगरा तलसी, रामपुर में दलित बच्चे के साथ जो कुछ हुआ, ये सभी के सामने हैं। बुलंदशहर के सुनेहरा में दलित लोगों को कुचलने जैसे मामले सभी के सामने हैं।
अलीगढ बुलंदशहर बॉर्डर से कुछ दूर पहले सपा सांसद रामजी सुमन के काफिले पर कुछ इस तरह हमला किया गया pic.twitter.com/RFG7Vn9KwK
— Shah Nawaz journalist (News 24) (@Shahnawazreport) April 27, 2025
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उन्होंने आगे कहा कि प्रशासन कहता है कि इन मामलों में कड़ी कार्रवाई की गई, लेकिन वे इन कार्रवाई को सख्त नहीं मानते, क्योंकि पुलिसिया एक्शन के बाद भी लगातार दलितों पर अत्याचार हो रहे हैं। सीएम योगी यूपी में कानून व्यवस्था बेहतर होने की बात कहते हैं, लेकिन सपा कहती है कि यूपी में कानून व्यवस्था ठप है। जनता के अनुसार, उप्र में जंगलराज कायम है। उप्र में जगह-जगह बाबा साहेब की मूर्तियां तोड़ी जा रही हैं। प्रशासन नई मूर्तियां स्थापित कराके मामला रफादफा कर देता है।