Maha kumbh Flight Fare : महाकुंभ में स्नान करने के लिए लाखों लोग रोजाना प्रयागराज पहुंच रहे हैं। बताया जा रहा है कि श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है। 29 जनवरी को मौनी अमावस्या है और इस दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं पहुंचने वाले हैं। 29 जनवरी को प्रयागराज जाने के लिए हवाई जहाज के किराए में 600 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हो चुकी है. इसको लेकर सरकार ने एक बैठक भी बुलाई है। DGCA ने भी एक फैसला लिया है।
मौनी अमावस्या के दिन शाही स्नान है। इससे पहले प्रयागराज के लिए हवाई किराए में भारी उछाल आया है। 28 जनवरी और दो दिन बाद चेन्नई-प्रयागराज वापसी टिकट की कीमत 53,000 रुपये से अधिक है। कोलकाता से वापसी टिकट 35,500, मुंबई से प्रयागराज के लिए टिकट की कीमत 22,000 से 60,000 रुपये के बीच है। बेंगलुरु से आने वाले तीर्थयात्रियों को सीधे एकतरफा टिकट के लिए 26,000 से 48,000 रुपये के बीच कुछ भी खर्च करना होगा।
चौंकाने वाली बात ये है कि सामान्य तौर यहां आने के लिए इन शहरों से किराया 5 से दस हजार रुपये के बीच होता है। विमानन नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एयरलाइन कंपनियों से महाकुंभ के मद्देनजर प्रयागराज के लिए उड़ानों के किराए को तर्कसंगत बनाने को कहा है। इसके साथ ही डीजीसीए ने जनवरी में 81 अतिरिक्त उड़ानों को भी मंजूरी दी है, जिससे महाकुंभ के कारण मांग को पूरा किया जा सकते। इस तरह प्रयागराज के लिए कुल 132 उड़ानें चल रही हैं।
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केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने आश्वासन दिया था कि वह उड़ान टिकट की बढ़ती कीमतों की प्रवृत्ति की समीक्षा करेंगे। उन्होंने यह भी कहा था, “इस मुद्दे पर गहराई से विचार करना चाहता हूं और यह जानना चाहता हूं कि इन्हें देश के लोगों के लिए और अधिक सुलभ कैसे बनाया जाए।”
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जब भी टिकट की मांग बढ़ती है तो किराए में बढ़ोत्तरी देखने को मिलती है। इसकी आलोचना हो रही है। प्रयागराज से 132 उड़ानों का संचालन हो रहा है इसके बाद भी आपूर्ति पूरी नहीं हो पा रही है। 13 जनवरी को शुरू हुए महाकुंभ में अब तक 12 करोड़ से अधिक लोग आ चुके हैं। महाकुंभ का समागम 26 फरवरी को संपन्न होगा। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार के आंकड़ों के अनुसार, रविवार को दोपहर तक 1.17 करोड़ लोगों ने संगम में डुबकी लगाई है।