Maha Kumbh 2025: (दीपक दुबे, प्रयागराज) उत्तर प्रदेश के प्रयागराज स्थित महाकुंभ में पूर्व सीएम दिवंगत मुलायम सिंह यादव की मूर्ति समाजवादी पार्टी (SP) के शिविर में लगाई गई है। इसको लेकर संत समाज ने नाराजगी जाहिर की है। मूर्ति लगाए जाने के विरोध में अभय चैतन्य स्वामी मौनी महाराज ने सवाल उठाए हैं। बता दें कि महाकुंभ में समाजवादी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव की तीन फीट की मूर्ति लगाई गई है। मुलायम सिंह यादव के नाम का सेक्टर-16 में शिविर लगाया गया है, जिसका अनावरण विधानसभा में विपक्ष के नेता माता प्रसाद पांडेय ने किया था।
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इस शिविर में मुलायम सिंह यादव की कई तस्वीरें लगाई गई हैं, जिसमें मुलायम सिंह गंगा में स्नान करते, पूजा-पाठ कर साधु-संतों का आशीर्वाद लेते नजर आ रहे हैं। मुलायम सिंह यादव स्मृति सेवा संस्थान के अध्यक्ष संदीप यादव ने News24 से बातचीत में कहा कि भाजपा को आखिर श्रद्धेय मुलायम सिंह यादव की प्रतिमा लगाने से क्या दिक्कत है? वो भी चाहे तो अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा लगा सकती है।
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संदीप ने कहा कि मुलायम सिंह यादव ने दलितों-पिछड़ों और गरीबों के लिए जो कुछ किया, वह उन्हें भगवान की श्रेणी में खड़ा करता है। वे उनके लिए किसी देवी-देवता से कम नहीं थे। हमने यहां सेवाभाव से इस शिविर को लगाया है, जहां खाना-पानी, बिस्तर अन्य सुविधाएं जरूरतमंद लोगों के लिए मुहैया करवाई जाएंगी। बता दें कि कुंभ में पहली बार इस संस्था को शिविर दिया गया है। शिविर में दाखिल होते ही यज्ञशाला नुमा खुली झोपड़ी में मुलायम सिंह यादव की मूर्ति लगाई गई है। मूर्ति पर फूल माला चढ़ाकर पार्टी के कार्यकर्ता सपा संस्थापक को नमन कर रहे हैं।
देशभर में विरोध का ऐलान
वहीं, साधु-संतों द्वारा मूर्ति लगाए जाने का विरोध किया जा रहा है। कहा जा रहा है कि कार सेवकों पर गोलियां मुलायम सिंह ने चलवाई थीं। यहां गंगा किनारे देवी-देवताओं की प्रतिमा लगाई जानी चाहिए थी, न कि मुलायम सिंह यादव की। मूर्ति को लेकर अभय चैतन्य स्वामी मौनी महाराज ने कहा कि देशभर में इसका विरोध किया जाएगा। मुलायम सिंह की मूर्ति लगाने का औचित्य नहीं है। यहां किसी राजनेता की मूर्ति लगाया जाना पूरी तरह से देवी-देवताओं का अपमान है।