Uttar Pradesh Noida News (जुनेद अख्तर) : शहर के सेक्टर-6 में नोएडा अथॉरिटी का दफ्तर मौजूद है। इसी के पड़ोस में सेक्टर-8, 9 और 10 की झुग्गियां हैं। इन तीनों सेक्टरों में करीब 100000 की आबादी निवास करती है। नोएडा अथॉरिटी की अनदेखी की वजह से इन तीनों सेक्टरों के लोग पानी खरीदकर पीने को मजबूर हैं। लोगों का कहना है कि पानी का संकट ऐसा है कि आपूर्ति का पानी केवल स्नान और कपड़े धोने में उपयोग किया जाता है। पीने और खाना बनाने के लिए उन्हें पानी खरीदना पड़ता है। लोगों का कहना है कि वे हर दिन दो बोतलों में 40 लीटर पानी खरीदते हैं और पीते हैं। एक बोतल की कीमत में 20 रुपए खर्च होते हैं।
नल का पानी पीने योग्य नहीं
सेक्टर 8, 9 और 10 की झुग्गी में रहने वाले लोगों का कहना है कि नल का पानी पीने योग्य नहीं है। गंदे पानी की शिकायतें कई बार की गईं, लेकिन नोएडा अथॉरिटी ने आज तक कुछ नहीं किया है। घर में पीने और खाना बनाने के लिए हर दिन दो बोतलें खरीदनी पड़ती है। पानी की एक बोतल 20 रुपए होती है। बोतल खरीदकर उन्हें पानी के प्लांट पर पहुंचना पड़ता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि एक महीने में पांच हजार रुपए से ज्यादा का उन्हें पानी खरीदना पड़ता है। कई बार बीच में त्यौहार पड़ने पानी का खर्चा बढ़ जाता है। जो हमारे बजट को खराब कर देता है। अथॉरिटी के अधिकारी इन इलाकों में नहीं आते हैं। लोगों का आरोप है कि अधिकारियों की अनदेखी की वजह से उन्हें पानी खरीदकर पीना पड़ा रहा है।
महिलाओं में गुस्सा
महिलाओं ने कहा कि नल में गंदा पानी आता है। कई बार नल के पानी से बहुत बुरी बदबू आती है, जिससे लोगों का बुरा हाल है। हम वर्षों से पानी पी रहे हैं। कई बार पीने के पानी के लिए हंगामा भी कर चुके हैं। अथॉरिटी अधिकारी हर बार उन्हें आश्वासन से देते हैं, लेकिन काम नहीं करते हैं। महिलाओं का कहना है कि अथॉरिटी का दफ्तर उनके पड़ोस में है। इसके बावजूद उन्हें पीने के लिए साफ पानी नहीं मिल रहा है। जबकि अथॉरिटी दावा करती है कि वह सेक्टरों में साफ पानी की आपूर्ति कर रही है। लेकिन जमीनी हकीकत इससे अलग है।
20 सालों से साफ पानी का इंतजार
सत्यनारायण का कहना है कि हजारों परिवार झुग्गी में रहते हैं। पिछले करीब 20 साल से नल से साफ पानी आता नहीं दिखाई दिया है। वह सालों से पानी खरीदकर पी रहे हैं। आज तक, पानी पीने योग्य नल से कभी नहीं आया है। उनका कहना है कि जैसे -जैसे गर्मी बढ़ती जाती है, पानी की खपत और बढ़ जाती है और साथ ही साथ खर्च भी बढ़ जाता है। स्थानीय निवासी मुकेश का कहना है कि अथॉरिटी की लापरवाही के चलते उन्हें आज तक आपूर्ति का साफ पानी नहीं मिला है। वह अब इसकी शिकायत किससे करें, जब जिम्मेदारों ने ही हाथ खड़े कर लिए हैं।
अथॉरिटी रख रही नजर
इस संबंध में नोएडा अथॉरिटी का कहना है कि सेक्टर-8, 9 और 10 में पानी की आपूर्ति की जा रही है। कभी-कभी गंदा पानी आने की शिकायत मिलती है तो जांच की जाती है। अगर इसके बाद भी लोगों को शिकायत है कि गंदा पानी आ रहा है तो इसकी जांच की जाएगी। अथॉरिटी की पहली प्राथमिकता लोगों को साफ पानी उपलब्ध कराना है। तीनों सेक्टरों के लोगों की शिकायतों का जल्द ही समाधान किया जाएगा।