Noida News: नोएडा के सेक्टर 63 छिजारसी से पकड़ा गया आतंकी जीशान अली दिमाग से बेहद शातिर है। उसने नोएडा में यह कहकर किराए पर कमरा लिया था कि वह मोबाइल की दुकान पर हेल्पर के रूप में काम करता है। दुकान मालिक का कहना है कि वह नौकरी पर नहीं था। कभी कभी दुकान पर आकर मोबाइल रिपेयर करने की बात कहता था। दुकान पर जाने के बजाय आरोपी ज्यादातर समय कमरे पर रहकर ही मोबाइल में व्यस्त रहता था। तब आस-पास के लोगों को नहीं पता चल पाया कि जीशान अली आतंकी है।
पड़ोसियों को नहीं समझ आती थी भाषा
अब तक की जांच में पता चला है कि जीशान मोबाइल पर कई बार ऐसी भाषा में बात करता था जो कि पड़ोसियों को समझ में नहीं आती थी। पड़ोसियों ने कई बार उसको टोका भी था कि वह हमेशा मोबाइल पर क्यों बिजी रहता है। अब लोगों को समझ में आया कि वह मोबाइल पर बिजी रहकर नकली नोट के धंधे और वैश्विक आतंकी समूह की विचारधारा को फैलाता था। इसके लिए वह स्मार्ट मोबाइल का इस्तेमाल करता था।
सैनिक कम्यूनिकेशन में करता था मोबाइल रिपेयरिंग
जांच में पता चला है कि आरोपी कभी कभी सैनिक कम्यूनिकेशन दुकान पर जाकर मोबाइल रिपेयरिंग करता था। वह दुकान पर कम जाता था और ज्यादा समय कमरे पर ही रहता था। 3 महीने पहले आरोपी यहां रहने के लिए आया था। मालिक ने उसका पुलिस वेरिफिकेशन नहीं कराया था।
पहले भी सामने आ चुके है ऐसे मामले
नोएडा व ग्रेटर नोएडा में पहले भी आतंकी व संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिक पकड़े जाने के मामले सामने आ चुके है। अब एक बार फिर से आतंकी के पकड़े जाने का मामला सामने आया है। हालांकि हर बार आतंकी को उनके मंसूबों में कामयाब होने से पहले ही जांच एजेंसियों ने धर दबोचा है। इस बार भी ऐसा हुआ है।
इस वजह से नोएडा में छिपना है आसान
नोएडा में 5 हजार से अधिक फैक्ट्रियां है। यहां काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या लाखों में है। कर्मचारी नोएडा व ग्रेटर नोएडा के अलग-अलग गांव में 4 हजार में कमरा लेकर किराए पर रहते है। एक मकान में 50 कमरे बने होते है। उनमें रहने वाले किराएदारों का सत्यापन मालिक नहीं कराते। इस वजह से आसानी से यहां कोई भी आकर किराए पर रहने लगता है।
यह है मामला
गुजरात एटीएस की टीम ने नकली नोट का धंधा करने व आतंकी समूह की विचारधारा को फैलाने के आरोप में 4 आतंकियों को पकड़ा है। पकड़े गए आंतकियों की पहचान मोहम्मद फैक, मोहम्मद फरदीन, सैफुल्लाह कुरैशी व जीशान अली के रूप में हुई है। जीशान नोएडा के सेक्टर 63 छिजारसी से पकड़ा गया है। वह यहां पर किराए के कमरे में रह रहा था। आतंकी अल-कायदा की विचारधारा फैलाने के लिए अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफार्म और संदिग्ध ऐप का प्रयोग करते थे। चारों आतंकी महज 20 से 25 साल के बीच के है। उनका कम उम्र में माइंड वाॅश किया गया है।
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