Noida Lift Accident Case: मोहम्मद यूसुफ, नोएडा; दिल्ली-एनसीआर में नोएडा और ग्रेटर नोएडा अब ऊंची इमारतों वाला शहर बन गया है। नोएडा- ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे मिलाकर करीब हजार के आसपास हाईराइज सोसायटी हैं। इन सोसाइटी में करीब 10 लाख लोग रहते हैं। पारस टिएरा सोसाइटी में लिफ्ट में हुई खराबी से एक महिला की मौत के बाद इन सोसाइटी में रहने वाले लोगों को अब डर सताने लगा है। इसके लिए यूपी सरकार को बिल लेकर के आना था, लेकिन लंबे समय से ‘लिफ्ट एक्ट’ सरकार के बस्ते में बंद है।
एक्ट में शामिल हैं ये नियम
एक्ट के नियमों के अनुसार, लिफ्ट का रखरखाव समय-समय पर किया जाए। लिफ्ट में प्रॉपर टेलीफोन, ऑक्सीजन अलार्म आदि की सुविधा हो। वहीं सभी सोसाइटी में अलग से पावर बैकअप होना चाहिए, जो पावर कट होने पर लिफ्ट के चलने में बाधा ना हो। लिफ्ट में ऑपरेटर हमेशा मौजूद हो, ताकि आपातकालीन स्थिति में हालात को संभाल सके। लिफ्ट बनाने वाली कंपनियों की जिम्मेदारी तय की जाए ताकि क्वालिटी कंट्रोल सिस्टम अच्छे से काम कर सके।
गौतम बुद्ध नगर के कई बिल्डर प्रोजेक्ट भगवान भरोसे
गौतम बुद्ध नगर जिले में इन सोसाइटियों में रहने वाले लोग लगातार लिफ्ट एक्ट की मांग कर रहे हैं। वहीं ज्यादातर बिल्डर डिफॉल्टर हो गए हैं उनके सैकड़ों प्रोजेक्ट अब भगवान भरोसे हैं। नोएडा-ग्रेटर नोएडा में ज्यादातर प्रोजेक्ट सुपरटेक, आम्रपाली और जेपी बिल्डर के हैं। इन सोसायटीओं का रखरखाव पब्लिक के मेंटेनेंस से चलता है। वह मेंटेनेंस चार्ज अब या तो बिल्डरों की तथाकथित कंपनियां वसूल रही है या फिर AOA और आरडब्ल्यूए बनाकर लोग सोसायटी के मेंटेनेंस को मेंटेन करने में लगे रहते हैं। जिसमें कई सोसाइटी में इन संस्थाओं द्वारा भ्रष्टाचार की मामले भी सामने आए हैं।
ये हुए हादसे
- पारस टिएरा में आठवीं मंजिल से लिफ्ट गिरने और बुजुर्ग महिला की मौत।
- नोएडा सेक्टर 49 में होटल की लिफ्ट गिरने से 6 लोग घायल।
- ग्रेटर नोएडा में एस्पायर अपार्टमेंट में 8 साल का बच्चा 10 मिनट तक लिफ्ट में फंसा रहा।
- ग्रेटर नोएडा वेस्ट की पैरामाउंट इमोशंस सोसाइटी में 10 साल का बच्चा 45 मिनट तक लिफ्ट में फंसा रहा।
- ला रेजिडेंशिया सोसाइटी में दो महिलाएं समेत तीन लोग 20 मिनट तक फंसे रहे।
- ऐसोटेक स्प्रिंग सोसाइटी में 15 मिनट तक एक शख्स फंसा रहा।
- शाया जिओन सोसाइटी में दो बच्चे लिफ्ट में फंसे रहे।
- प्रीस्टोन सोसाइटी में पति-पत्नी दोनों लिफ्ट में फंस गए थे।
- पाम ओलंपिया सोसाइटी में एक बच्चा घंटों लिफ्ट में फंसा रहा।
सामाजिक संस्थाएं कर रही हैं लिफ्ट एक्ट की मांग
हाई राइज बिल्डिंग्स में आए दिन लिफ्ट्स खराब होती रहती है। इसके मुख्य कारण लिफ्ट एक्ट का न होना और लिफ्ट के रख रखाव के लिए एजेंसी के अलावा किसी दूसरी लोकल एजेंसी को काम देना है। फ्लैट ओनर फेडरेशन के अध्यक्ष कर्नल तेजेंद्र पाल त्यागी ने 2016 मे लिफ्ट एक्ट शासन से अपील की थी। यह भी कहा गया था की सभी लिफ्ट्स में ऑटोमेटिक रेस्क्यू डिवाइस, टू-वे स्पीकर सिस्टम, स्पीड सैन्सिंग गवर्नर के साथ सेफ्टी ब्रेक्स लगाए जाएं। स्पीड गवर्नर करने वाले सेंसर और ब्रेक्स आदि भी लगने चाहिए।