Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा के जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जुड़ा अपडेट सामने आया है। यमुना सिटी में 750 एकड़ जमीन पर फ्लाइट के इंजन बनेंगे। इंजन बनाने वाली कंपनी को यह जमीन आवंटित की जाएगी। तीसरें और चैथे चरण में एयरपोर्ट पर दो रनवे और बनाए जाएंगे। यह एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बन रहा है। यह ऐसा एयरपोर्ट होगा जहां हर देश की झलक देखने को मिलेगी।
2 हजार हेक्टेयर जमीन का होगा अधिग्रहण
यमुना सिटी के 14 गांवों की करीब 1880 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। 120 हेक्टेयर जमीन पहले से अधिग्रहित है। जिन गांव में अब जमीन अधिग्रहण होगा, उसमें बंकापुर, रोही, दयानतपुर, पारोही, सबौता, मुकीमपुरा शिवारा, किशोरपुर, बनवारीबांस, जेवर बांगर, रामनेर, अहमदपुर चारौली, ख्वाजपुर, थोरा, नीमका और शाहजहांपुर शामिल है। इन गांव में जल्द ही जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी।
9 हजार से ज्यादा फैमिली की जाएगी शिफ्ट
जिन गांव में अधिग्रहण किया जाएगा वहां से 9 हजार से ज्यादा फैमिली को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। यहां पर रहने वाले पुरूष, महिला व बच्चों की संख्या की गिनती कर ली गई है। जल्द ही यहां आगे की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। एयरपोर्ट बनने के बाद इन गांव के फैमिली के लोगों को नौकरी का लाभ भी मिलेगा।
जानिए कब-कब बढ़ी डेडलाइन
नोएडा एयरपोर्ट के संचालन की पहली डेडलाइन अक्तूबर 2024 थी। इसके बाद कंपनी ने अप्रैल 2024 में उड़ानें शुरू होने की घोषणा की थी। दिसंबर 2024 में यहां विमान की सफल लैंडिंग हो चुकी है। बताया जा रहा है कि उड़ानें शुरू होने में अभी और समय लगेगा।
30,000 करोड़ से बन रहा यह प्रोजेक्ट
एयरपोर्ट के उद्घाटन के बाद 2025 में 1 से 1.5 मिलियन यात्रियों और 2026 में 8 मिलियन यात्रियों के आवागमन की संभावना है। इस परियोजना का पहला चरण 12 मिलियन यात्रियों की वार्षिक क्षमता के साथ शुरू होगा, जबकि अंतिम चरण में इसकी क्षमता 70 मिलियन यात्रियों तक होगी। पूरा प्रोजेक्ट 30,000 करोड़ रुपए की लागत से विकसित होगा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट उत्तर भारत में हवाई यातायात को बढ़ावा देगा और इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का भार कम करेगा।










