Noida News: बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर राजधानी दिल्ली में अब बीएस-3 और उससे पुराने मानक वाले वाहनों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है. दिल्ली से सटे नोएडा बॉर्डर पर शनिवार को परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस ने संयुक्त रूप से सघन जांच अभियान चलाया. इस दौरान प्रदूषण फैलाने वाले एक दर्जन से अधिक वाहनों के चालान किए गए, जबकि एक वाहन को सीज कर दिया गया.
1.37 लाख पुराने वाहन नोएडा में चल रहे
एआरटीओ प्रशासन नंदकुमार ने बताया कि जिले में करीब 1.37 लाख बीएस-3 या उससे कम मानक वाले वाहन रजिस्टर्ड हैं. अब इन वाहनों के दिल्ली में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है. उन्होंने कहा कि प्रदूषण के चलते दिल्ली में अब केवल बीएस-6 मानक वाले वाहनों को ही प्रवेश की अनुमति दी जाएगी. वाहन मालिक इस नियम का पालन करें, अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
तीन बॉर्डरों पर चेकिंग
एआरटीओ प्रवर्तन डॉ. उदित नारायण पांडे ने बताया कि परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस की टीमों ने चिल्ला बॉर्डर, कालिंदी कुंज और डीएनडी फ्लाईवे पर संयुक्त जांच अभियान चलाया. दिल्ली की ओर जाने वाले नोएडा और ग्रेटर नोएडा में पंजीकृत वाहनों की गहन जांच की गई. डॉ. पांडे ने बताया कि जांच के दौरान कोई भी वाहन बीएस-3 या उससे नीचे के मानक का नहीं पाया गया. अधिकांश वाहन बीएस-4 या बीएस-6 श्रेणी के थे.
10 हजार रुपये तक का जुर्माना
एआरटीओ प्रवर्तन ने बताया कि जिन वाहनों का प्रदूषण जांच प्रमाणपत्र नहीं था, उन पर 10 हजार रुपये तक का चालान किया गया. उन्होंने कहा कि कुछ वाहन ऐसे थे जिनकी प्रदूषण जांच की वैधता कुछ दिन पहले ही समाप्त हुई थी. चालान के साथ चालकों को समझाया गया कि वे तुरंत वाहनों की जांच करवा लें.
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