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उत्तर प्रदेश / उत्तराखंड

नोएडा के एक्वा मेट्रो लाइन स्टेशनों पर मिलेगा रोजगार, बस करना होगा ये काम

Noida Metro Rail Corporation: नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (NMRC) की एक्वा मेट्रो लाइन पर रोजाना करीब 70 हजार से अधिक यात्री सफर करते हैं। यात्रियों की सुहलियत के लिए कियोस्क योजना एक्वा मेट्रो लाइन स्टेशनों पर शुरू की गई है।

Author Edited By : Md Junaid Akhtar Updated: Apr 27, 2025 16:27
Aqua Metro line and kiosk
Aqua Metro line and kiosk

Noida Metro Rail Corporation: नोएडा-ग्रेटर नोएडा के बीच चलने वाली एक्वा मेट्रो लाइन के चार स्टेशनों पर कियोस्क और कमर्शियल प्लॉट किराए पर देने की योजना शुरू की गई है। अधिक किराया देने वालों को जगह आवंटित की जाएगी। NMRC ने इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी है। दावा किया जा रहा है कि इससे लोगों को रोजगार मिलने में आसानी होगी।

कारोबार शुरू करने का शानदार मौका

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नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (NMRC) के अध्यक्ष डॉक्टर लोकेश एम ने बताया कि एक्वा मेट्रो लाइन पर रोजाना करीब 70 हजार से अधिक यात्री सफर करते हैं। यात्रियों की सुहलियत के लिए कियोस्क योजना एक्वा मेट्रो लाइन स्टेशनों पर शुरू की गई है। अधिक किराया देने वालों को कियोस्क की जगह आवंटित की जा रही है। यह लोगों के पास अपना कारोबार शुरू करने का शानदार मौका है। लोकेश एम ने बताया कि एनएमआरसी के सभी 21 मेट्रो स्टेशन पर कियोस्क लगाने की योजना है। एक्वा लाइन मेट्रो स्टेशन पर कियोस्क के जरिए मिल रहा रोजगार

NMRC की वेबसाइट पर जानकारी अपलोड

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उन्होंने बताया कि सेक्टर-101, डेपोक, परी चौक और अल्फा वन मेट्रो स्टेशनों पर कियोस्क की योजना बनाई गई है। अधिकारियों ने बताया कि सेक्टर-81 और 83 और डेपोक मेट्रो स्टेशन पर कमर्शियल जगह दी जाएगी। इन दोनों योजनाओं से जुड़ी पूरी जानकारी एनएमआरसी की वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है। इससे पहले एनएमआरसी इस मेट्रो लाइन के स्टेशनों पर भी कियोस्क की योजना बना चुकी है।

100 से अधिक कियोस्क और वेंडिंग मशीन की योजना

बताया जा रहा है कि इस लाइन पर 100 से अधिक कियोस्क और वेंडिंग मशीन लगाने की योजना बनाई गई है। करीब 18 कियोस्क आवंटित भी किए जा चुके हैं। कुछ शुरू भी हो गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही और स्टेशनों पर कियोस्क शुरू किए जाएंगे।

पहले आओ, पहले पाओ

NMRC के अनुसार, इस योजना के तहत 10 वर्ग मीटर तक के कियोस्क पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर दिए जाएंगे। खास बात यह है कि इस प्रक्रिया में उद्यमियों को टेंडर प्रक्रिया से नहीं गुजरना होगा, बल्कि आसान आवेदन प्रक्रिया के जरिए वे अपना व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। यह नीति विशेष रूप से युवा उद्यमियों और स्टार्टअप्स के लिए बनाई गई है।

First published on: Apr 27, 2025 04:27 PM

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