New Parliament Inauguration Row: देश की राजधानी दिल्ली में बनकर तैयार हुए नए संसद भवन (सेंट्रल विस्टा) का उद्घाटन राष्ट्रपति मुर्मू से न कराने के मामले में देशभर में गतिरोध है। अभी तक कुल 21 पार्टियों ने बहिष्कार का ऐलान किया है, जबकि करीब 16 पार्टियां सपोर्ट में हैं। कुछ ऐसी भी पार्टियां हैं, जिनका पक्ष स्पष्ट नहीं है। इन्हीं में से एक दल बहुजन समाज पार्टी ने अपना रुख साफ किया है। बसपा प्रमुख मायावती ने गुरुवार को इस मामले में तीन ट्वीट किए।
बसपा सुप्रीमो ने किए तीन ट्वीट
बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट में लिखा, केंद्र में पहले चाहे कांग्रेस पार्टी की सरकार रही हो या अब वर्तमान में बीजेपी की, बीएसपी ने देश और जनहित निहित मुद्दों पर हमेशा दलगत राजनीति से ऊपर उठकर उनका समर्थन किया है। 28 मई को संसद के नए भवन के उद्घाटन को भी पार्टी इसी संदर्भ में देखते हुए इसका स्वागत करती है।
1. केन्द्र में पहले चाहे कांग्रेस पार्टी की सरकार रही हो या अब वर्तमान में बीजेपी की, बीएसपी ने देश व जनहित निहित मुद्दों पर हमेशा दलगत राजनीति से ऊपर उठकर उनका समर्थन किया है तथा 28 मई को संसद के नये भवन के उद्घाटन को भी पार्टी इसी संदर्भ में देखते हुए इसका स्वागत करती है।
— Mayawati (@Mayawati) May 25, 2023
---विज्ञापन---
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी द्वारा नए संसद का उद्घाटन नहीं कराए जाने को लेकर बहिष्कार अनुचित है। सरकार ने इसको बनाया है, इसलिए उद्घाटन का उसे हक है। इसको आदिवासी महिला सम्मान से जोड़ना भी अनुचित है। यह उन्हें निर्विरोध न चुनकर उनके विरुद्ध उम्मीदवार खड़ा करते वक्त सोचना चाहिए था।
यह भी पढ़ें: Sabse Bada Sawal: नए संसद भवन के उद्घाटन पर बवाल क्यों, क्या है बायकॉट की असली वजह?
देश को समर्पित होने वाले कार्यक्रम अर्थात नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का निमंत्रण मुझे प्राप्त हुआ है, जिसके लिए आभार और मेरी शुभकामनाएं। किन्तु पार्टी की लगातार जारी समीक्षा बैठकों संबधी अपनी पूर्व निर्धारित व्यस्तता के कारण मैं उस समारोह में शामिल नहीं हो पाऊंगी।
पीएम मोदी ने भी विपक्षी दलों पर साधा निशाना
जापान, पापुआ न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया के अपने तीन देशों के दौरे के समापन के बाद गुरुवार को दिल्ली के पालम हवाईअड्डे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी दलों पर परोक्ष रूप से कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि सिडनी में भारतीय समुदाय को संबोधित किया जिसमें हजारों भारतीयों ने भाग लिया। पीएम मोदी ने कहा कि न केवल ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री, एंथनी अल्बनीज, बल्कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री और विपक्षी नेता भी अपने राष्ट्र की खातिर एक साथ एक मंच पर मौजूद थे।
इन पार्टियों ने किया बहिष्कार
जानकारी के मुताबिक अभी तक नए संसद के उद्घाटन कार्यक्रम का 21 दल बहिष्कार का ऐलान कर चुके हैं। इनमें कांग्रेस, द्रविड मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक), जनता दल (यूनाइटेड), आम आदमी पार्टी (आप), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी), शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), समाजवादी पार्टी (सपा), राष्ट्रीय जनता दल (राजद), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम), इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, झारखंड मुक्ति मोर्चा, नेशनल कांफ्रेंस, केरल कांग्रेस (मणि), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी, विदुथलाई चिरुथिगल काट्ची (वीसीके), मारुमलार्ची द्रविड मुन्नेत्र कषगम (एमडीएमके), ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) और राष्ट्रीय लोकदल शामिल हैं।
इन पार्टियों ने किया उद्घाटन का समर्थन
जबकि उद्घाटन समारोह में शामिल होने वाले दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट), नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी), नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी), सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम), राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (आरएलजेपी), अपना दल (सोनीलाल), रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई), तमिल मनीला कांग्रेस, ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके), ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (एजेएसयू), मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ), युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी), तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी), शिरोमणि अकाली दल (एसएडी), बीजू जनता दल (बीजद) और देवनाथन यादव द्वारा स्थापित तमिलनाडु स्थित इंदिया मक्कल कल्वी मुनेत्र कड़गम (IMKMK) हैं।
और पढ़िए – देश से जुड़ी अन्य बड़ी ख़बरें यहाँ पढ़ें
(Adipex)
Edited By
Edited By