मंसूरी: देवभूमि उत्तराखंड के हसीन शहर मंसूरी में रविवार को एक नामी होटल जलकर खाक के ढेर में तब्दील हो गया। यह वही होटल है, जिसमें कभी रुस्तम-ए-हिंद दारा सिंह ने जिंदगी की सबसे बड़ी कश्ती लड़ी थी। अब यहां पुनर्निर्माण (Renovation) का काम चल रहा था और इसी दौरान शॉर्ट सर्किट की वजह से यहां आग लग गई। ‘द रिंक’ नाम से जाने जाते इस होटल की एक और बड़ी पहचान यह है कि एक वक्त में यह एशिया का सबसे बड़ा वुडन फ्लोर स्केटिंग रिंक हुआ करता। लगभग 10 घंटे बाद आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन एक बार के लिए सब तबाह हो गया।
मसूरी कैमल बैक रोड रॉक्सी होटल के पास सीडस रिंक होटल के कर्मचारी मनवीर भंडारी और दीपक कुमार ने बताया कि अलसुबह करीब 4 बजे मालिक अनिरुद्ध प्रताप ने फोन कॉल करके यहां आग लग जाने और खुद के कमरे में फंस जाने की जानकारी दी। इसके बाद छत के रास्ते होटल के स्टाफ ने कमरे में पहुंचकर खिड़की के शीशे तोड़े और मालिक को बाहर निकाला। हालांकि इस कोशिश में एक साथी घायल भी हो गया। बाद में आनन-फानन में फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई तो टीम ने तुरंत आकर कोशिशें शुरू कर दी थी, लेकिन इसके करीब 10 घंटे बाद आग पर काबू पाया जा सका।
ये थी होटल दि रिंक की ऐतिहासिक विरासत
उधर, इस बारे में मसूरी व्यापार मंडल के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने बताया कि आग से होटल का काफी हिस्सा जलकर खाक हो गया, लेकिन गनीमत रही कि यहां कोई जनहानि नहीं हुई। वहीं स्थानीय लोगों की मानें तो द रिंक काफी पुराना होटल है। एक वक्त में यहां एशिया का सबसे बड़ा वुडन फ्लोर स्केटिंग रिंक हुआ करता। भारत के इस ऐतिहासिक स्केटिंग रिंक पर स्केटिंग की बड़ी-बड़ी प्रतियोगिताएं होती थी। इसके अलावा एक और बड़ी यादगार यह भी है कि यहां कुश्ती भी लड़ी जाती रही हैं। इन्हीं में से एक फाइट वो भी है, जिसे दुनिया याद करती है। ध्यान रहे, 1970 के दशक में किंग कोंग को हराकर दारा सिंह रुस्तम-ए-हिंद कहाए थे। इस होटल को देखने के लिए मसूरी और देहरादून के अलावा दूर-दूर से लोग आते थे। इन दिनों यहां वर्तमान में यहां पर 30 कमरों का होटल चल रहा था, मगर अब यह खूबसूरत तस्वीर ही बदल गई।