मेरठ जेल में साहिल और मुस्कान की जिंदगी बदल चुकी है। शुरू में ना नुकुर करने वाले मुस्कान और साहिल अब भरपेट खाना खा रहे हैं। जेल में टीवी देख रहे हैं, जो जानकारी जेल के अंदर से जो मिल रही है, जेल की बैरक में टीवी लगा है। दोनों हर समय टीवी पर नजर रखते हैं। देश के चर्चित केस के आरोपी अपने केस से जुड़ी जानकारी और खबर टीवी और न्यूज़ चैनल के जरिए ले रहे हैं। जेल के अंदर बंदियों की तरह आपस में इनकी मुलाकात नहीं हो सकती, क्योंकि जेल के अंदर उन्हीं बंदियों की मुलाकात हो सकती है जो रक्त से संबंधित हैं जैसे मां बेटी, माता पिता या पति-पत्नी। रिपब्लिक भारत से मिले इनपुट के अनुसार जेलर कहते हैं कि हमारे यहां महिला बैरक बिल्कुल अलग है और पुरुष बैरक में आधा पौन किलोमीटर का अंतर है तो मुलाकात नहीं हो सकती वो जेल मैनुअल के उस प्रावधान में नहीं आते हैं कि इनकी मुलाकात हो इसलिए इनकी मुलाकात आपस में नहीं हो सकेगी।
जेल में दोनों की हालत कैसी?
जेल में दोनों की हालत पर बात करते हुए जेलर ने बताया कि शुरू में इन दोनों का व्यवहार सामान्य बंदियों की तरह नहीं था। चिंतित और सिर झुकाए रहना डिप्रेशन फ्रस्ट्रेशन लग रहा था, इसी के तहत जब स्वास्थ्य परीक्षण पाया गया तो डॉक्टर ने कहा कि विड्रॉल सिम्टम है। उनका उपचार करना शुरू कर दिया तथा नशा मुक्ति केंद्र के माध्यम से हम उनका नशा छुड़वा रहे हैं। अभी उसने सिर्फ इतना ही कहा है हमारा भी प्रयास यह है कि कम से कम महिला बंदी उससे बात करें और इस केस के बारे में बार-बार बात ना हो।
800 रुपये में खरीदे थे दो चाकू
मेरठ के सौरभ मर्डर केस में हर दिन एक खुलासा हो रहा है और पुलिस की जांच में हथियार को लेकर भी खुलासा हुआ है 22 फरवरी को मुस्कान ने ₹800 के दो चाकू खरीदे थे। दरअसल इस चाकू से मुस्कान और साहिल ने करीब आठ दिनों तक सौरभ की हत्या का रिहर्सल किया था। सूत्रों के मुताबिक मुस्कान अपने हाथ से चाकू नहीं चला पा रही थी इसलिए हत्या के लिए मुस्कान एक उस तरह भी खरीद कर लाई थी कि चाकू नहीं चल रहा है तो उस तरह खरीद लिया सीने पर चाकू से तीन वार के बाद मुस्कान ने उस तरह से गला काटा है उसके बाद चाकू से वार कर साहिल ने शरीर को सिर से अलग किया है पुलिस ने वारदात में शामिल उस तरह को भी बरामद कर लिया है।
नीले ड्रम में पौधा लगाना चाहती थी मुस्कान
फॉरेंसिक टीम को सौरभ के खून के निशान ड्रम के उपर से मिले। ड्रम में शव के ऊपर मिट्टी डालकर कोशिश ये थी मुस्कान की कि इसमें पौधा लगा देंगे जो मुस्कान हाथ में लिए पौधा लेकर आई थी कि ड्रम में शव डालेंगे सीमेंट डालेंगे मिट्टी डालेंगे और फिर पौधा लगा देंगे। ड्रम में शव के ऊपर मिट्टी डालकर पौधा लगाने का विचार था इनका लेकिन शव से बदबू के डर से मुस्कान ने ऐसा नहीं किया इसके बाद ड्रम में सीमेंट डालकर शव को पैक कर दिया था।
बेटी और मुस्कान को लंदन ले जाना चाहता था सौरभ
सौरभ को मुस्कान और साहिल के रिश्तों के बारे में पता चल चुका था। सौरभ का लंदन का जो वीजा था, दरअसल वो एक्सपायर हो गया था वो दोबारा वीजा बनवाने के लिए भारत आया था इस बार वो चाहता था कि अपनी बेटी को भी अपने साथ ले जाए। लंदन में बेटी के पासपोर्ट के लिए भी उसने आवेदन किया था। सौरभ मुस्कान को भी लंदन ले जाना चाहता था लेकिन मुस्कान ने लंदन जाने से मना कर दिया था।
जानें क्या कहते हैं मेरठ के एसपी
हमें कंक्रीट एविडेंस मिले जिसमें साफ प्रतीत होता है इनके साथ दो और लोगशामिल थे। इनके फोन के रिकॉर्ड्स भी हमने चेक किए हैं। अभी फिलहाल हम लोग एविडेंस कलेक्शन का काम कर रहे हैं, जो भी जहां-जहां ये लोग गए थे जहां से इन्होंने परचेसिंग की थी सैंड वगैरह और सब इन ड्रम्स वगैरह की, सबके स्टेटमेंट्स नोट किए जा चुके हैं इनसे भी रिमांड पर लेके हम लोग विस्तृत रूप से पूछताछ करेंगे ताकि इनका मोटिव जान सके। ये लोग क्या करने वाले थे अगर डिस्पोज करने का इरादा तो कहां यह बॉडी को डिस्पोज करते सभी तथ्यों की जानकारी की जा रही है और फिलहाल जो भी हमें लग रहे हैं तथ्य इंपॉर्टेंट है एविडेंस का पार्ट बनाए जा सकते हैं उनको विवेचना में शामिल किया जाएगा और इसे हमारी कोशिश है जल्द से जल्द चार्जशीट करने की ताकि हम लोग प्रभावी पैरवी कर इन्हें सख्त से सख्त सजा दिलवा सकें।