Mukhtar Ansari News: उत्तर प्रदेश पुलिस के कांस्टेबल को जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद समर्थन में स्टेटस लगाना भारी पड़ गया। लाइन हाजिर की कार्रवाई झेलने के बाद अब उसे सस्पेंड कर दिया गया है। सिपाही बीकेटी यानी बख्शी का तालाब थाने में तैनात था। लखनऊ पुलिस की ओर से आरोपी सिपाही फैयाज खान के खिलाफ कार्रवाई के लिए चुनाव आयोग से अनुमति मांगी गई थी। परमिशन मिलने के बाद अब उस पर एक्शन लिया गया है। सिपाही ने अपने स्टेटस में माफिया को मसीहा, शेर-ए-पूर्वांचल समेत कई आपत्तिजनक शब्द प्रयोग किए थे। यह स्टेटस अंसारी की मौत के 3 दिन बाद लगाया गया था।
मामला सामने आने के बाद इसकी जांच की जिम्मेदारी बख्शी का तालाब एसीपी को ही सौंपी गई थी। जांच पूरी होने के बाद सिपाही पर गाज गिर गई है। मख्तार अंसारी की मौत यूपी की ही बांदा जेल में हुई थी। जेल प्रशासन ने अंसारी को तबियत बिगड़ने पर रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में दाखिल करवाया था। जहां उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ था। मेडिकल कॉलेज ने बताया था कि 63 साल के मुख्तार अंसारी पुत्र सुभानल्लाह अंसारी को जेलकर्मियों ने बेहोशी की हालत में दाखिल करवाया था।
9 डॉक्टरों की टीम ने किया था उपचार
9 डॉक्टरों की टीम ने उसका उपचार किया। लेकिन दिल का दौरा पड़ने के कारण वे लोग मुख्तार को नहीं बचा सके थे। 3 साल पहले मुख्तार कोर्ट में भी आरोप लगाया था कि जेल में उसकी हत्या की साजिश रची जा रही है। खाने में धीमा जहर दिए जाने का आरोप था। जिससे लगातार तबियत बिगड़ती जा रही है। मामले में एमपीएमएलए कोर्ट की ओर से भी जेल प्रशासन से रिपोर्ट तलब की गई थी।