Moradabad News: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में लापता होने के करीब 23 दिन बाद BTC छात्रा का कंकाल नदी में पड़ा मिला है। कंकाल छात्रा के शादीशुदा प्रेमी ने बरामद कराया है। आरोपी छात्रा के गांव में एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षक है। इसी स्कूल में छात्रा भी कुछ दिन पहले तक पढ़ाती थी। इसी बीच दोनों के बीच में अफेयर शुरू हुआ, जिसका खात्मा युवती के मर्डर पर हुआ है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
स्कूल में शुरू हुआ अफेयर
यह मामला मुरादाबाद जिले के मैनाठेर थाने के गांव नगलिया मशकूला है। इसी गांव की रहने वाली किरण (30) गांव के एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ाती थी। इसी स्कूल में केहर सिंह भी पढ़ाता था, जो मैनाठेर थाना क्षेत्र के गांव जानकपुर का रहने वाला था। स्कूल में एक साथ पढ़ाने के दौरान दोनों के बीच प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। केहर सिंह ने बाद में किरण का एडमिशन मुरादाबाद स्थित आरएसडी एकेडमी में बीटीसी में करा दिया। पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस दौरान छात्रा गर्भवती भी हो गई। हालांकि किरण लगातार शादी नहीं करने और पढ़ाई पूरी करने की जिद पर अड़ी रही।
अबॉर्शन के बहाने कमरे पर बुलाया
इस बीच केहर सिंह और किरण के रिश्ते की भनक भी उसके परिवार वालों को लग चुकी थी। लिहाजा उसके पिता ने बेटी की जल्दी शादी करने की तैयारी शुरू कर दी। इस पर कहर सिंह ने पाकबड़ा थाना क्षेत्र में एक गांव में अपने परिचित युवक से किरण की शादी तय करा दी। किरण की शादी की तारीख अक्टूबर में होनी थी। लेकिन वो गर्भवती थी। इसलिए केहर सिंह ने 20 मई को अबॉर्शन के बहाने किरण को मुरादाबाद में अपने किराए के कमरे पर बुला लिया। इसके बाद वो उसे एक अस्पताल में अबॉर्शन के लिए लेकर पहुंचा। जहां अबॉर्शन के दौरान किरण को अधिक ब्लडिंग होने लगी। इसके बाद वह किरण को अस्पताल से अपने रूम पर लेकर आया। कुछ देर फिर से किरण की हालत बिगड़ने लगी। अपनी पोल खुलते देख केहर सिंह ने रूम में किरण की हत्या कर दी।
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अबॉर्शन के दौरान ब्लडिंग की कहानी
इसके बाद लाश को ठिकाने लगाने के लिए उसे एक कार की जरूरत थी तो उसने अपने साले को कॉल की और उसे पूरी बात बताई। साले को विश्वास में लेकर वो किरण की लाश को अपने साले की गाड़ी में डालकर मुरादाबाद बिजनौर के बॉर्डर पर लेकर पहुंचा। वहां उसने लाश को नन्हेड़ा और खुशहालपुर गांव के बीच में नदी में डाल दिया। उधर, बेटी के लापता होने पर परिजनों ने केहर सिंह के खिलाफ बेटी के अपहरण का मुकदमा दर्ज करा दिया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू किया। इसमें 20 मई को किरण और केहर सिंह के अस्पताल जाने और वहां अबॉर्शन के दौरान अधिक ब्लडिंग की कहानी सामने आई। केहर सिंह तभी से फरार था। जिसे पुलिस ने गुरुवार को पकड़ लिया। उसकी निशानदेही पर किरण की डेडबॉडी भी रिकवर हो चुकी है। पुलिस का कहना है कि किरण की लाश को संभवतः जानवरों ने खा लिया। पुलिस को उसका कंकाल ही मिला है। पुलिस इसका डीएनए कराएगी ताकि लाश की वैज्ञानिक विधि से शिनाख्त हो सके।