बीजेपी ने ईद के मौके पर वंचित तबके के मुस्लिमों के लिए सौगात-ए-मोदी किट अभियान की शुरुआत की है। इसके तहत देशभर में 32 लाख मुस्लिम परिवारों तक यह किट पहुंचाई जाएगी। इस बीच बसपा प्रमुख मायावती ने इसको लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है। मायावती ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि भाजपा द्वारा ईद, बैसाखी, गुड फ्राइडे, ईस्टर पर 32 लाख गरीब अल्पसंख्यक परिवारों तक सौगात-ए-मोदी के रूप में पीएम का प्रेम संदेश व भेंट पहुंचाने की घोषणा केवल इनका राजनीतिक स्वार्थ है।
1. भाजपा द्वारा ईद, बैसाखी, गुड फ्राइडे, ईस्टर पर 32 लाख गरीब अल्पसंख्यक परिवारों तक ’सौगात-ए-मोदी’ के रूप में पीएम का ’प्रेम संदेश व भेंट’ पहुँचाने की घोषणा यह केवल इनका राजनीतिक स्वार्थ। जब मुस्लिम व बहुजन समाज जान-माल, मजहब की सुरक्षा को लेकर दुखी व चिन्तित तो इसका क्या लाभ?
---विज्ञापन---— Mayawati (@Mayawati) March 26, 2025
मायावती ने आगे कहा कि जब मुस्लिम व बहुजन समाज जान-माल, मजहब की सुरक्षा को लेकर दुखी व चिन्तित तो इसका क्या लाभ? उन्होंने कहा कि बेहतर होता अगर बीजेपी की केंद्र और राज्य सरकारें अल्पसंख्यक समाज के गरीब परिवारों को सौगात-ए-मोदी देने की बजाय उनकी अपार गरीबी, बेरोजगारी और पिछड़ापन आदि को दूर करने के लिए रोजगार की स्थायी व्यवस्था करती और उनकी सुरक्षा पर भी उचित ध्यान देती।
2. जबकि बेहतर होता अगर भाजपा की केन्द्र व राज्य सरकारें मुस्लिम व अन्य धार्मिक अल्पसंख्यक समाज के कुछ गरीब परिवारों को यह सौगात-ए-मोदी देने की बजाय उनकी अपार गरीबी, बेरोजगारी व पिछड़ापन आदि को दूर करने के लिए रोजगार की स्थायी व्यवस्था करतीं व उनकी सुरक्षा पर भी उचित ध्यान देती।
— Mayawati (@Mayawati) March 26, 2025
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बता दें कि बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चे के 32 हजार कार्यकर्ता देश की 32 हजार मस्जिदों के साथ मिलकर जरूरतमंदों तक ये किट पहुंचाएगी। इसके लिए हर मस्जिद के जरिए 100 लोगों तक मदद पहुंचाने का टारगेट है। सौगात-ए-मोदी किट में कपड़े और खाने-पीने का सामान है। इसमें पुरुषों और महिलाओं के लिए कपड़े, दाल, चावल, सेवई, सरसों तेल, चीनी, कपड़े, मेवा और खजूर शामिल हैं।
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