Lucknow DG Law and Order Prashant Kumar holds press conference: लखनऊ के डीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश भी मौजूद रहे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने बताया कि ISI एजेंट तहसीम को शामली से गिरफ्तार किया है। तहसीम आतंकी कलीम का भाई है। तहसीम और उसका भाई अक्सर पाकिस्तान आता जाता रहता है। तहसीम उर्फ मोटा असलहा तस्करी के बड़े सिंडिकेट को चलाता था। तहसीम उर्फ मोटा 2002 में पाकिस्तान गया था। मिली जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान में तहसीम की Wanted इकबाल काना से मुलाकात करीबी हमीदा के जरिए हुई थी।
लखनऊ
---विज्ञापन---➡डीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार की प्रेस कॉन्फ्रेंस
➡एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश भी साथ हैं मौजूद
---विज्ञापन---➡ISI एजेंट तहसीम शामली से गिरफ्तार हुआ-प्रशांत
➡आतंकी कलीम का भाई है तहसीम- प्रशांत कुमार
➡पाकिस्तान आता जाता रहा है तहसीम- प्रशांत
➡असलहा तस्करी का सिंडिकेट चला रहा… pic.twitter.com/xk8qWJizu0
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) January 11, 2024
माहौल बिगाड़ने की थी कोशिश
एटीएस के द्वारा यह बैठक ISI से संबंधित व्यक्ति की गिरफ्तारी के सम्बंध में बुलाई गई थी। तहसीम देश की एकता अखंडता सामाजिक समरसता बिगाड़ने के प्रयास में था। शामली के थाना कोतवाली में इसके खिलाफ केस दर्ज किए गए थे। इमरान नकली नोटों के साथ पकड़ा गया। अपने भाई कलीम के साथ बड़ी घटना को अंजाम देने जा रहा था। पुलिस ने छापेमारी की तो वह गिरफ्तारी के दौरान फरार हो गया था। पूछताछ में बताया कि इसका भाई कलीम पाकिस्तान आता-जाता रहता है। वहां पर उनकी मुलाकात ISI हैंडलर से हुई। वहां उनको कहा गया कि भारत मे हम आपको असलहा और अन्य चीजें मुहैया कराएंगे।
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दो महीने में दो लाख भेजी जाती थी करेंसी
एटीएस के अनुसार, नफीस नाम के व्यक्ति के भी यह संपर्क में था। जब 2 घटनायें हुई थीं, उस समय इमरान अपना मोबाइल छोड़कर फरार हो गया था। लइमरान पान कत्था लाहौर में बेचने जाया करता था। वहां पर हमीदा नाम की महिला के साथ रह रहा था। हमीदा के यहां उसकी मुलाकात इकबाल काना के सहयोगी केसर से हुई, जहां उसने नकली नोटों की तस्करी करने का प्रस्ताव रखा, जिसके बाद इकबाल काना और तहसीम ने नकली करेंसी बेचना शुरू किया। हर 2 माह में 2 लाख के करीब नकली करेंसी बेची जाती थी।