उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां करोड़ों रुपये की लागत से बनाई गई एक पानी की टंकी ट्रायल के दौरान फट गई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। अब इस मुद्दे पर लोग सोशल मीडिया पर तरह-तरह के कमेंट्स कर रहे हैं।
क्या है मामला?
लखीमपुर खीरी में जल जीवन मिशन के तहत एक पानी की टंकी का निर्माण कराया गया था। यह टंकी आम लोगों के इस्तेमाल में आती, उससे पहले ही ट्रायल के दौरान टूट गई। जब टंकी में पानी भरने की प्रक्रिया शुरू हुई, तभी अचानक एक जोरदार धमाका हुआ और टंकी का एक हिस्सा नीचे गिर गया।
इस घटना में टंकी के नीचे लगा सोलर सिस्टम भी क्षतिग्रस्त हो गया। साथ ही, टंकी से निकला पानी पास के खेतों में भर गया, जिससे लगभग 10 बीघा गेहूं की फसल बर्बाद हो गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस टंकी का निर्माण कार्य 2022 में शुरू हुआ था और यह 2024 में बनकर तैयार हुई थी। इसकी कुल लागत करीब 3.50 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
गुणवत्ता और पारदर्शिता को भ्रष्टाचार पूरी तरह निगल चुका है। यूपी के जिला लखीमपुर खीरी में 03 करोड़ ₹ की लागत से टंकी बनाई गई, टेस्टिंग के लिए पानी भरते ही टंकी फट गई !! पानी का प्रेशर ही नहीं झेल पाई, जैसे ही पानी भरा भ्रष्टाचार की जय जय हो गई और टंकी फटकर ज़मीन पर आ गई।
बाक़ी… pic.twitter.com/HyZM4ODcpQ---विज्ञापन---— Ajit Singh Rathi (@AjitSinghRathi) April 26, 2025
एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि टंकी कमजोर नहीं थी बल्कि पानी अधिक ताकतवर था। एक अन्य ने लिखा कि फिर तो अंग्रेज ही ठीक थे, उनकी बनाई हुई चीजें अभी भी मजबूत दिखाई देती हैं। एक अन्य ने लिखा कि ये टेस्टिंग ही तो थी, टूट गई है तो फिर से बन जाएगी। हर बात को तूल देना ठीक नहीं है। एक ने लिखा कि नहीं, नहीं ये भ्रष्टाचार नहीं है। ऐसा कह भी मत देना, वरना बुलडोजर तैयार खड़ा है। अगर मुंह खोला तो आएगा बुलडोजर।
उठ रहे सवाल, जांच की मांग
बताया जा रहा है कि यह टंकी अब तक ग्राम प्रधान को हैंडओवर नहीं की गई थी और ट्रायल के दौरान ही टूट गई। ऐसे में निर्माण की गुणवत्ता और भ्रष्टाचार को लेकर कई सवाल उठ खड़े हुए हैं। वहीं, स्थानीय ग्रामीणों ने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है।