Kaushambi News: उत्तर प्रदेश के कौशांबी में मछुआरों का एक ग्रुप यमुना में मछली पकड़ रहा था। इस दौरान उनके जाल में एक ‘बड़ी मछली’ फंस गई। मामले के बारे में पुलिस को जानकारी देने के बजाय मछुआरों ने ‘बड़ी मछली’ को पचा लिया। पुलिस को जब मामले की जानकारी हुई तो मछुआरों के खिलाफ पिपरी थाने में संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू की गई।
जानकारी के मुताबिक, सोमवार को यमुना में रंजीत, संजय, दीवान, बाबाजी और गेंदालाल मछली पकड़ रहे थे, तभी एक गंगा डॉल्फिन उनके जाल में फंस गई। अधिकारियों ने कहा कि आरोपी मछुआरों ने डॉल्फिन को पकड़ा, मार डाला और पकाकर खा गए।
मामला तब सामने आया जब करीब एक क्विंटल वजनी डॉल्फिन को ले जाते मछुआरों का फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वीडियो का संज्ञान लेते हुए वन रेंजर रवींद्र कुमार ने जांच शुरू की और कौशांबी जिले के पिपरी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।
यमुना नदी ग्राम नसीरपुर मे गैजेटिक डालफिन का शिकार किए जाने के संबंध में वन अधिकारी रवीन्द्र कुमार द्वारा दी गई लिखित सूचना के आधार पर थाना पिपरी मे अभियोग पंजीकृत किया गया है।प्रकरण मे एक अभियुक्त की गिरफ्तारी की जा चुकी है जल्द ही शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी की जाएगी #UPPolice pic.twitter.com/9wwBUML48O
---विज्ञापन---— KAUSHAMBI POLICE (@kaushambipolice) July 24, 2023
एक को पकड़ लिया गया, चार फरार
शिकायत पर कार्रवाई करते हुए वन अधिकारियों और पुलिस टीमों ने सोमवार (24 जुलाई) को छापेमारी की और एक आरोपी रंजीत को पकड़ लिया, जबकि अन्य मौके से भाग गए। पिपरी पुलिस स्टेशन के SHO श्रवण सिंह ने कहा कि भारतीय दंड संहिता (IPC) और वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की विभिन्न उचित धाराओं के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि अन्य चार आरोपियों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं।
गौरतलब है कि भारत सरकार लुप्तप्राय प्रजाति मानी जाने वाली गंगा डॉल्फिन के संरक्षण के लिए योजना बना रही है। देश में गंगा डॉल्फिन के शिकार पर प्रतिबंध है और आरोपियों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत कार्रवाई की जाती है।