अमित रतूड़ी, गढ़वाल
उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित जोशीमठ तहसील को अब उसके प्राचीन नाम ज्योतिर्मठ से जाना जाएगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पिछले साल चमोली जिले के घाट में आयोजित कार्यक्रम में जोशीमठ का नाम का नाम बदलकर ज्योतिर्मठ करने की घोषणा की थी। स्थानीय जनता भी लंबे समय से ज्योतिर्मठ नाम करने की मांग कर रही थी।
मुख्यमंत्री श्री @pushkardhami ने विगत वर्ष जोशीमठ का नाम बदलकर ज्योतिर्मठ करने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप प्रस्ताव बनाकर भारत सरकार को भेज दिया गया था। अब केंद्र ने ज्योतिर्मठ तहसील के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, स्थानीय जनता ने इस फैसले का स्वागत किया है। pic.twitter.com/DsmIrKzSio
— CM Office Uttarakhand (@ukcmo) June 12, 2024
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सामने भी यह मांग प्रमुखता से उठाई गई थी। मुख्यमंत्री धामी ने इसे गंभीरता से लेते हए नाम परिवर्तन का फैसला लिया। मुख्यमंत्री की घोषणा के मुताबिक प्रस्ताव बनाकर भारत सरकार को भेज दिया गया था। अब केंद्र ने ज्योतिर्मठ के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। सरकार के फैसले का स्थानीय जनता ने स्वागत किया है।
क्यों पड़ा था ज्योतिर्मठ नाम?
मान्यता है कि 8वीं सदी में आदि गुरु शंकराचार्य इस क्षेत्र में आए थे। उन्होंने अमर कल्प वृक्ष के नीचे तपस्या की थी जिससे उन्हें दिव्य ज्ञान ज्योति की प्राप्ति हुई थी। दिव्य ज्ञान ज्योति और ज्योतेश्वर महादेव की वजह से इस स्थान को ज्योतिर्मठ का नाम दिया गया, लेकिन बाद में यह जोशीमठ के नाम से ही प्रचलित हो गया।
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— 1008.Guru (@jyotirmathah) July 12, 2023
इसके बाद नाम बदलने की मांग की बार प्रमुखता से उठी, लेकिन इस पर अमल नहीं हो सका। मुख्यमंत्री धामी ने जनभावनाओं का सम्मान करते हुए जोशीमठ तहसील को ज्योतिर्मठ नाम देने का फैसला किया। मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार स्थानीय लोगों की ओर से लंबे समय से उठाई जा रही मांग को देखते हुए नाम बदलने का यह फैसला लिया गया है।