Iran-Israel War: गत एक सप्ताह से ईरान-इजरायल के बीच युद्ध चल रहा है। इस दौरान ईरान में अब तक 220 लोग और इजरायल में 24 लोग अपनी जान गवां चुके हैं। दोनों देशों के बीच तनातनी से कई देशों में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। भारत के लोग दोनों देशों में फंसे हुए हैं। ईरान से भारतीय छात्रों को निकालने के लिए केंद्र सरकार ने ऑपरेशन सिंधु लांच किया है, इसके तहत 110 छात्रों को लेकर विशेष विमान ईरान के अर्मेनिया से गुरुवार सुबह दिल्ली पहुंचा। अभी भी ईरान में कई भारतीय फंसे हुए हैं। यूपी के सिद्धार्थ नगर के 17 लोग ईरान में फंसे हुए हैं। परिजन सभी के सकुशल वापसी के लिए सरकार से गुहार लगा रहे हैं।
19 में केवल 2 लोग ही लौट सके
बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थ नगर जिले के मल्लौर से 19 लोग ईरान गए थे। 10 लोग धार्मिक यात्रा यानी जियारत के लिए ईरान गए थे, जबकि नौ लोग उच्च धार्मिक शिक्षा के लिए गए थे। युद्ध के बाद से इनमें से 2 लोग 10 जून को घर आ गए थे। बाकी 17 लोग वहीं फंसे हुए हैं। बमबारी की खबरें सुनकर परिजन वहां फंसे लोगों की सलामती की दुआ कर रहे हैं।
सरकार से कर रहे मांग
ईरान में फंसे लोगों के परिजन लगातार भारत सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि सरकार ठोस कदम उठाकर परिवार के लोगों को जल्द से जल्द वतन वापसी कराए। लोग अपने परिजनों को लेकर काफी चिंतित हैं।
एयरपोर्ट बंद, सड़क से निकाले जा रहे लोग
ईरान से लगातार भारतीयों की वापसी कराई जा रही है। हवाई हमलों की वजह से सभी एयरपोर्ट बंद कर दिए गए हैं। छात्रों को आर्मेनिया बॉर्डर पर नॉरदुज चौकी से बसों में निकाला गया है। ईरान में 1,500 छात्र समेत करीब 10 हजार भारतीय फंसे हैं। ईरान मंत्रालय ने विदेशी नागरिकों से ईरान छोड़ने से पहले अपना नाम, पासपोर्ट नंबर, वाहन की जानकारी, देश से निकलने का समय और जिस बॉर्डर से जाना चाहते हैं,उसकी जानकारी मांगी थी।