Noida News (जुनेद अख्तर) : यूपी की औद्योगिक राजधानी गौतमबुद्ध नगर में शहर से लेकर देहात तक के इलाकों में धड़ल्ले से अवैध निर्माण कार्य हो रहे हैं। नोएडा से जेवर एयरपोर्ट तक यह गोरखधंधा खूब फल फूल रहा है। सूत्रों के मुताबिक, हर विभाग के अफसरों की मिलीभगत से अवैध निर्माण जारी है। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री पोर्टल या फिर मीडिया में खबर चलने पर प्राधिकरण और पुलिस भूमाफिया पर कार्रवाई करती है। लेकिन मामला पुराना होते ही भूमाफिया और उनके गुर्गे दोबारा सक्रिय हो जाते हैं।
50 से अधिक गांवों के डूब क्षेत्र में चल रहा है अवैध निर्माण
छिजारसी, चोटपुर, यूसूफपुर चकशाहबेरी, बहलोलपुर, गढी चौखंडी, हैबतपुर, पर्थला खंजरपुर, सोरखा जाहिदाबाद, ककराला, अलीवर्दीपुर, जलपुरा, हल्दोनी, कुलेसरा और हिंडन व यमुना के तटबंध के निकट इलाहाबास, कुलेसरा, सुथ्याना, शहदरा, लखनावली, बेगमपुर, मुबारकपुर, गुर्जरपुर, झटटा, बादौली बांगर, तुगलपुर, कोंडली बांगर, सफीपुर, चूहड़पुर व मोमनाथल गांव है। जबकि युमना नदी किनारे मोतीपुर, तिलवारा, मोमनाथल, गढ़ी समस्तीपुर, बादौली खादर, कोंडली खादर, कामबक्शपुर, दोस्तपुर मंगरौली, छपरौली व असदुल्लापुर (हरियाणा की तरफ), ओरंगाबाद, गुलावली, दलेलपुर, याकूतपुर में अवैध निर्माण हो रहा है। बताया जाता है कि जमीन का गोरखधंधा करने वाले इन भूमाफियाओं के सिर पर खादी और खाकी दोनों का हाथ है। यहीं वजह है कि इनका कुछ बिगड़ नहीं पाता है।
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केवल चेतावनी तक सीमित रह जाता है प्रशासन
डूब क्षेत्र में अवैध निर्माण पर प्रशासन केवल चेतावनी तक सीमित है। पिछले वर्ष भी बाढ़ से काफी नुकसान हुआ था। हजारों घर डूब गए थे। तब भी प्रशासन ने चेतावनी जारी की थी। प्राधिकरण और प्रशासन ने अवैध निर्माण को मिलकर रोकने की कार्ययोजना शुरू की थी, लेकिन हालात सामान्य होने के बाद डूब क्षेत्र में फिर अवैध निर्माण शुरू हो गए हैं। प्रशासन और प्राधिकरण के अफसरों ने आंखें बंद कर ली है।
प्राधिकरण ने लोगों से की अपील
नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण के अफसरों का कहना है कि अवैध निर्माण कार्य पर बुलडोजर की कार्रवाई की जा रही है। डूब क्षेत्र में निर्माण कार्य पर रोक है। प्राधिकरण की टीम डूब क्षेत्र पर नजर रख रही है। पिछले दिनों भी डूब क्षेत्र में चल रहे अवैध निर्माण कार्य को ध्वस्त किया गया था। प्राधिकरण अफसरों ने लोगों से अपील की है कि वह प्रॉपर्टी खरीदने से पहले उसकी पूरी जानकारी लें। डूब क्षेत्र में प्लॉट न खरीदें। अगर वह ऐसा करते हैं तो उनका सपनों का आशियाना बसने पहले उजड़ जाएगा।
प्राधिकरण की शिकायत पर होती है कार्रवाई
इस पूरे मामले को लेकर पुलिस अफसर का कहना है कि प्राधिकरण ऐसे मामलों में कार्रवाई करता है। पुलिस का इसमें कोई रोल नहीं है। अगर इन मामलों में प्राधिकरण अधिकारी शिकायत करते हैं तो पुलिस आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई करती है।
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