मानस, वाराणसी: वाराणसी में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के परिसर में संचालित आईआईटी बीएचयू की छात्रा के साथ कथित छेड़छाड़ की घटना सामने आने के बाद से छात्र लगातार आंदोलन कर रहे हैं। इस बीच आज यानी रविवार को सिंह द्वार पर दीवार बनाने के विरोध में बैठे वामपंथी छात्रों ने पीएम मोदी का पुतला फूंकने का प्रयास किया, जिसका एबीवीपी और वहां मौजूद प्रोक्टोरियल गार्ड्स ने विरोध किया तो, दो छात्र संगठन आपस में भिड़ गए। इसके बाद वामपंथी छात्र संगठन के सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी।
दीवार बनाने को लेकर हो रहा विरोध
वाराणसी के बीएचयू में आईआईटी छात्रा से छेड़खानी मामले के बाद दीवार बनाने को लेकर जगह-जगह दो दिनों से विरोध हो रहा है। वहीं, छात्रों ने मांग पत्र जारी करते हुए बताया कि 1 नवंबर को लगभग 1:45 बजे बाइक पर तीन गुंडों द्वारा IIT बीएचयू के दो छात्रों सहित एक के साथ शारीरिक छेड़छाड़ की गई, जिस समय छात्र कैंपस में घूम रहे थे, उसी दौरान गुंडों ने उन्हें रोका, लड़के को धक्का दिया और लड़की के साथ छेड़छाड़ की। कथित तौर पर गुंडों के पास बंदूकें थीं और उन्होंने छात्रों को बंदूक की नोक पर रखा। वहीं, इस घटना के बाद पीड़िता के कपड़े फटे हुए मिले और गुंडे जल्द ही हैदराबाद गेट से होते हुए घटनास्थल से फरार हो गए।
छात्रों की मांग
इसके बाद इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए छात्रों की मांग है कि परिसर के अंदर बाहरी वाहनों की एंट्री को रोकने के लिए रात बैरिकेडिंग हो और इसके लिए सिंगल एग्जिट और एंट्री पॉइंट हो, परिसर के अंदर केंद्रीकृत सीसीटीवी प्रणाली हो, हिंसक अपराधियों पर कॉलेज द्वारा कानूनी कार्रवाई बढ़ाई जाए, सीसीटीवी की संख्या बढ़ाई जाए और इसके साथ ही घटनाओं पर तत्काल कानूनी कार्रवाई की जाए।
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इस दौरान छात्रों ने कहा कि यह एक जघन्य अपराध है, जिसने हमारी संस्था को हिलाकर रख दिया है। यह पहली बार नहीं है कि कैंपस में ऐसी घटना हुई है, छात्रों ने परिसर में सुरक्षा को लेकर बार-बार चिंता जताई है, हालांकि प्रशासन पर्याप्त कार्रवाई करने में असफल रहा है।