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उत्तर प्रदेश / उत्तराखंड

Haridwar: बाबा रामदेव ने हरिद्वार में 100 शताधिक विद्धान भाई-बहनों को दी संन्यास की दीक्षा, मंत्रोच्चारण के साथ हरि के पैड़ी पर कराया गंगा स्नान

Haridwar: उत्तराखंड के हरिद्वार में गुरुवार को पतंजलि आश्रम की ओर से बाबा रामदेव ने ‘संन्यास दीक्षा महोत्सव’ के तहत 100 युवाओं को दीक्षा दी। हरि की पैड़ी के वीआईपी घाट पर कार्यक्रम के दौरान संघ प्रमुख मोहन भागवत और आचार्य बालकृष्ण भी मौजूद रहे। संघ प्रमुख बुधवार को ही हरिद्वार पहुंचे थे, जबकि गुरुवार […]

Author Edited By : Naresh Chaudhary Updated: Mar 30, 2023 14:02
Haridwar: Baba Ramdev gave initiation to 100 youths in Haridwar, bathe Ganges at Hari ki Paidi with chanting
हरिद्वार में गुरुवार को हरि की पैड़ी पर शताधिक विद्वानों को संन्यास की दीक्षा देते बाबा रामदेव।

Haridwar: उत्तराखंड के हरिद्वार में गुरुवार को पतंजलि आश्रम की ओर से बाबा रामदेव ने ‘संन्यास दीक्षा महोत्सव’ के तहत 100 युवाओं को दीक्षा दी। हरि की पैड़ी के वीआईपी घाट पर कार्यक्रम के दौरान संघ प्रमुख मोहन भागवत और आचार्य बालकृष्ण भी मौजूद रहे। संघ प्रमुख बुधवार को ही हरिद्वार पहुंचे थे, जबकि गुरुवार शाम को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी हरिद्वार पहुंच रहे हैं।

मुंडन के बाद गंगाजल से स्नान कराया

जानकारी के मुताबिक हरिद्वार के पतंजलि आश्रम में बाबा रामदेव की ओर से हिंदू नववर्ष के पहले दिन यानी 21 मार्च से युवाओं को दीक्षा दिलाने के लिए महोत्सव का आयोजन किया गया है। इसी क्रम में गुरुवार को हरिद्वार के हरि की पैड़ी पर कार्यक्रम का आयोजन हुआ। दीक्षा पाने वाले युवाओं को संन्यास वस्त्र (भगवा) धारण कराए गए। इसके बाद उनका मुंडन हुआ। बाबा रामदेव ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ सभी को संन्यास की दीक्षा दी।

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हाथ में कमंडल और गले में रुद्राक्ष की माला

कार्यक्रम के दौरान सभी संन्यासियों पर फूलों की वर्षा की गई। दीक्षा कार्यक्रम के दौरान सभी संन्यासियों ने कमंडल से गंगाजल लेकर स्नान किया। साथ ही कई युवा संन्यासियों को बाबा रामदेव ने भी गंगाजल से स्नान कराया। कार्यक्रम में बाबा राम देव की ओर से कहा गया है कि वे देशभर में सनातम धर्म के पुरोधाओं की एक श्रंखला तैयार कर रहे हैं। इससे वे महर्षि दयानंद के सपने को साकार करेंगे। बताया गया है कि इस कार्यक्रम में संन्यास लेने वाले कई युवा बीटेक-एमटेक की पढ़ाई किए हुए हैं।

कार्यक्रम में शामिल होंगे अमित शाह

कार्यक्रम के मुताबिक गुरुवार शाम को केंद्रीय मंत्री अमित शाह भी हरिद्वार पहुंचेंगे। यहां अमित शाह पतंजलि विश्वविद्यालय के नए भवन का उद्घाटन करेंगे। चर्चा है कि कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ भी हरिद्वार पहुंच सकते हैं। हालांकि अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं की गई है। हरिद्वार में हुए इस कार्यक्रम में आचार्य बालकृष्ण भी मौजूद रहे।

यह भी पढ़ेंः पतंजलि के संन्यास दीक्षा महोत्सव में RSS प्रमुख मोहन भागवत बोले- ‘सनातन को किसी सर्टिफिकेट की आवश्यकता नहीं’

बुधवार को संघ प्रमुख मोहन भागवत भी पहुंचे

पतंजलि आश्रम में हुए संन्यास दीक्षा महोत्सव में बुधवार को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत भी पहुंचे। इस दौरान अपने संबोधन में उन्होंने कहा था कि आप भगवा धारण कर देश की शान बढ़ाने का संकल्प ले रहे हैं। भगवा ही है जो समय की कसौटी पर खरा उतरा है। उन्होंने कहा कि सनातन को किसी सर्टिफिकेट की आवश्यकता नहीं है। सनातन कल भी था, आज भी है और कल भी रहेगा।

इन भाई-बहनों ने ली संन्यास की दीक्षा

पतंजलि आश्रम की ओर से बताया गया था कि स्वामी रामदेव के 29वें संन्यास दिवस के मौके पर 21 मार्च से हिंदू नववर्ष पर 10 दिवसीय संन्यास दीक्षा महोत्सव का शंखनाद किया जा रहा है। आश्रम की ओर से कहा गया था कि कार्यक्रम 31 मार्च तक चलेगा। रामनवमी के दिन करीब 40 बहनें और 60 भाई स्वामी रामदेव से संन्यास की दीक्षा लेंगे, जबकि करीब 500 लोग आचार्य बालकृष्ण से ब्रह्मचर्य की दीक्षा प्राप्त करेंगे।

भारत को बनाएंगे हिंदू राष्ट्र

संन्यास दीक्षा कार्यक्रम की शुरुआत में स्वामी रामदेव ने कहा था कि रामनवमी के दिन चार वेदों के महापारायण यज्ञ की पूर्णाहूति होगी। इसके बाद रामराज्य की प्रतिष्ठा और हिंदू राष्ट्र बनाने, सनातन धर्म को युगधर्म और विश्वधर्म के रूप में प्रतिष्ठापित करने के लिए शताधिक नव-संन्यासी संन्यास परम्परा में दीक्षित होंगे।

ये वैराग्यवान विद्वान और विदुषी भाई-बहन अष्टाध्यायी, व्याकरण, वेद, वेदांग, उपनिषद में निष्णात होकर योगधर्म, ऋषिधर्म, वेदधर्म, सनातन धर्म की वैश्विक प्रतिष्ठा के लिए संकल्पित होंगे। इससे भारतीय सनातन संस्कृति के संरक्षण के अभियान को ऊर्जा मिलेगी। स्वामी रामदेव ने कहा कि पतंजलि में स्त्री-पुरुष, जाति, मत, पंथ, धर्म, सम्प्रदाय की संकीर्णताओं का कोई भेद नहीं है। यहां सभी भाई-बहन समान भाव से इस ऐतिहासिक दिव्य-भव्य संन्यास दीक्षा में दीक्षित होकर सनातन धर्म की पताका पूरे विश्व में फहरायेंगे।

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First published on: Mar 30, 2023 01:10 PM

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