Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा में बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रण में रखने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) को सख्ती से लागू कर दिया है. इसके लिए 9 विशेष टीमों का गठन किया गया है, जो शहर के निर्माण स्थलों और सड़कों पर निगरानी कर रही हैं. टीमों ने शुक्रवार से अपना काम शुरू कर दिया है.
निर्माण स्थलों पर कड़ा नियंत्रण
टीमों ने निर्माण स्थलों का दौरा कर निर्माण सामग्री को ढकने, कूड़ा न जलाने और एंटी स्मॉग गन का उपयोग करने के निर्देश दिए. कई साइटों पर टीमों को एंटी स्मॉग गन का उपयोग करते हुए देखा गया. प्राधिकरण ने सफाई ठेकेदारों को भी सख्त हिदायत दी कि किसी भी परिस्थिति में कूड़ा जलाया न जाए. अगर नियमों का उल्लंघन पाया गया, तो जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी.
सड़कों और पेड़ों पर पानी का छिड़काव
प्रदूषण की रोकथाम के लिए शहर के विभिन्न इलाकों में पानी के टैंकर से सड़क और पेड़ों पर छिड़काव किया जा रहा है. यह प्रक्रिया विशेष रूप से निर्माण स्थलों और धूल उड़ाने वाले क्षेत्रों में की जा रही है.
प्रदूषण का स्तर अभी भी गंभीर
शुक्रवार सुबह एक्यूआई 270 दर्ज किया गया था, जबकि शाम को यह 262 तक रहा. हालांकि अभी भी प्रदूषण की स्थिति खराब श्रेणी में बनी हुई है. एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण बढ़ने पर एक्यूआई लागू किया जा चुका है और इसके तहत अब प्राधिकरण सक्रियता दिखा रहा है.
लगाया जाएगा जुर्माना
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के महाप्रबंधक परियोजना एके सिंह ने बताया कि ग्रेप निगरानी के लिए गठित 9 टीमें पूरी तरह सक्रिय हो गई हैं. टीमों ने निर्माण स्थलों पर पहुंचकर नियमों के पालन की कड़ी हिदायत दी है. नियमों का उल्लंघन करने वाले निर्माण स्थलों पर कड़ी कार्रवाई और जुर्माने का प्रावधान है. प्राधिकरण का कहना है कि सड़क धूल और निर्माण स्थलों से निकलने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए ये कदम लगातार जारी रहेंगे.
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