ग्रेटर नोएडा में निक्की नाम की महिला की मौत के बाद हड़कंप मचा हुआ है। आरोप है कि दहेज़ के लिए उसका पति और ससुराल वाले उसे प्रताड़ित करते थे। मारपीट करते हैं। पति ने उसकी इतनी पिटाई की वह बेहोश हो गई, फिर आग लगा दी। अब निक्की के पति विपिन भाटी का पहला बयान सामने आया है।
विपिन भाटी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था और उसका मेडिकल कराने के लिए अस्पताल ले जा रही थी लेकिन इसी दौरान विपिन ने भागने की कोशिश की। पुलिस की फायरिंग में वह घायल हो गया। जिसके बाद से इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया।
क्या बोला विपिन भाटी?
अस्पताल में मीडिया से बातचीत करते हुए विपिन भाटी ने कहा है कि मुझे कोई पछतावा नहीं है। मैंने उसे नहीं मारा। वो खुद मर गई। पति-पत्नी में अक्सर झगड़े होते रहते हैं, ये बहुत आम बात है।
वहीं मृतक निक्की के पिता का कहना है कि मेरी बड़ी बेटी ने मुझे फोन करके बताया, हम अस्पताल पहुंचे। ये लोग उसे आग लगाकर भाग गए थे। उनके पड़ोसी उसे फोर्टिस अस्पताल ले गए। जब हम पहुंचे तो वह 70% जल चुकी थी। उन्होंने सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया। हमने एम्बुलेंस बुक की और उसे सफदरजंग अस्पताल ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। इन दरिंदों ने किसी की बेटी के साथ ऐसा करने से पहले एक बार भी नहीं सोचा। उन्होंने यह भी नहीं सोचा कि हमने उसे कैसे पढ़ाया-लिखाया और उसकी शादी कैसे करवाई। क्या उन्हें किसी की बेटी को आग लगाते हुए दर्द नहीं हुआ?
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पिता ने कहा कि उन्हें फांसी होनी चाहिए। उसकी सास ने उस पर मिट्टी का तेल डाला और उसके पति ने उसे आग लगा दी। वे दहेज मांगते रहे, अब उनकी मांगे पूरी हो गई हैं। मैंने अपनी बेटी की शादी रीति-रिवाज से कर दी है। अब जब मेरी बेटी मर चुकी है तो उनकी दहेज की मांगे पूरी हो गई हैं। वह इंसान नहीं, वह तो कसाई है।