Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी अधिसूचित क्षेत्र के गांवों को मुख्य सड़कों से जोड़ने की योजना बनाई है। इसके तहत ही अस्तौली से आजमपुर गढ़ी गांव तक तीन किलो मीटर लंबी सड़क का निर्माण किया जा रहा है। अथॉरिटी का दावा है कि यह काम 9 महीने में पूरा कर लिया जाएगा। यह सड़क सीधे खुर्जा- सिकंद्राबाद मार्ग से जुड़ेगी। इससे गांवों और सेक्टरों में रहने वाले करीब 5 लाख लोगों का सफर आसान हो जाएगा। यहां आने वाले वाहन चालकों को इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा।
ग्रीन बेल्ट भी की जाएगी विकसित
ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी वरिष्ठ प्रबंधक नागेंद्र सिंह ने बताया कि अस्तौली से आजमपुर गढ़ी गांव तक तीन किलो मीटर लंबी सड़क का निर्माण पर 6 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। 24 मीटर चौड़ी (दो लेन) सड़क के दोनों तरफ 10-10 मीटर चौड़ी ग्रीन बेल्ट भी विकसित की जाएगी। अभी तक सीधी सड़क न होने की वजह से अस्तौली, खेरली व आजमपुर गढ़ी सहित आसपास के गांवों के लोगों को खुर्जा- सिकंद्राबाद मार्ग पर पहुंचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस सड़क के बनकर तैयाार हो जाने पर अस्तौली में 200 एकड़ जमीन पर विकसित किए जा रहे अत्याधुनिक कूड़ा निस्तारण केंद्र पर भी पहुंचना आसान हो जाएगा। योजना के मुताबिक यहां नोएडा और ग्रेटर नोएडा के कूड़े का उसी दिन निस्तारण कर उपयोगी चीजें बनाई जाएंगी। संयंत्र लगाने के लिए रिलायंस और एनटीपीसी सहित कुछ अन्य कंपनियों को जमीन दी जा चुकी है।
20 से अधिक सड़कों की सूची तैयार
एसीईओ सुनील कुमार सिंह ने बताया कि पीडब्ल्यूडी की सड़कों को भी दुरुस्त किया जाएगा गांवों को जोड़ने के लिए पूर्व में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) द्वारा बनाई गई सड़कों को भी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण दुरुस्त करेगा। जेवर विधानसभा क्षेत्र में खस्ताहाल हो चुकी 20 से अधिक सड़कों की सूची तैयार कर ली गई है। इससे संबंधित प्रस्ताव को सैद्धांतिक मंजूरी मिलने के बाद जल्द काम शुरू कर दिया जाएगा। गांवों में सीवर, सड़क, बिजली, पानी आदि कार्यां के लिए 1000 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। सीईओ एनजी रवि कुमार ने परियोजना विभाग को निर्देश दिया है कि सभी गांवों को मुख्य सड़कों से जोड़ने का कार्य प्राथमिकता पर किया जाए।
खस्ताहाल हो चुकी सड़कें होंगी दुरुस्त
एसीईओ ने बताया कि 800 मीटर लंबी सड़क की मरम्मत ग्रेटर नोएडा के सेक्टर-36 व 37 के बीच लगभग 800 मीटर लंबी सड़क की मरम्मत का कार्य किया जा रहा है। इससे इन दो सेक्टरों के साथ आसपास के अन्य सेक्टरों में आवागमन और अधिक सुगम हो जाएगा। सड़क पर गड्ढे हो जाने की वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। गांवों को मुख्य सड़कों से जोड़ने के लिए संपर्क मार्गों के निर्माण की योजना बनाई गई है। आसपास के गांवों के साथ अस्तौली में स्थापित किए जा रहे बायो सीएनजी संयंत्र को भी इसका फायदा मिलेगा। खस्ताहाल हो चुकी अन्य सड़कों को दुरुस्त किया जाएगा।